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डॉ. मनसुख मांडविया स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने कहा है कि अभी तक अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज में सेंट्रलाइज्ड काउंसलिंग करने का अभी तक कोई विचार नहीं है। यह जानकारी उन्होंने संसद में एमपी कविता मलोथू के एक सवाल के जवाब में दी। कविता मलोथू ने डॉ. मनसुख मांडविया से पूछा थी कि क्या नेशनल मेडिकल कमिशन का मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए नीट यूजी और पीजी में सेंट्रलाइज्ड काउंसलिंग कराने का विचार है। इस सवाल के जवाब में हेल्थ मिनिस्टर ने यह भी कहा कि 2023-24 सेशन के लिए सेंट्रलाइज्ड काउंसलिंग का कोई प्रस्ताव अभी नहीं है। आपको बता दें कि मेडिकल काउंसिल कमेटी ऑफ डारेक्टरेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज भारत में एमबीबीएस यूजी और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज के लिए काउंसलिंग करती है।
मेडिकल कॉलेजों में स्टेट कोटे की 85 सीटों पर दाखिला की काउंसिलिंग की तिथि संबंधित राज्य की अथॉरिटी जारी करेगी। बिहार के 85 कोटे के लिए बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा परिषद काउंसिलिंग की तारीख जारी करेगा। शेष ऑल इंडिया कोटे की 15 सीटों पर काउंसलिंग का आयोजन एमसीसी करता है। मालूम हो कि 542 मेडिकल और 313 डेंटल कॉलेजों में क्रमश 99,313 एमबीबीएस, 27,698 बीडीएस, 52, 720 आयुष और 603 वीएससी सीटों पर दाखिला होना है। नीट यूजी में 11 लाख 45 हजार 976 अभ्यर्थी सफल हुए हैं।
काउंसलिंग प्रोसेस नीट यूजी और नीट पीजी के स्कोर के आधार पर किया जाता है।