
ऐप पर पढ़ें
NEET UG Counselling 2023: नीट यूजी 2023 काउंसलिंग का शेड्यूल जल्द ही जारी होने वाला है। नीट यूजी 2023 पास अभ्यर्थी एमबीबीएस व बीडीएस एडमिशन के लिए होने वाली काउंसलिंग में हिस्सा ले सकेंगे। किस अभ्यर्थी को कौन सा मेडिकल कॉलेज मिलेगा, एमबीबीएस मिलेगा या बीडीएस, यह उसकी रैंक पर निर्भर करेगा। इन दिनों अभ्यर्थी पिछले सालों के ट्रेंड देखकर यह कयास लगा रहे हैं कि उन्हें कौन सा मेडिकल कॉलेज मिल सकता है। लाखों अभ्यर्थी हिसाब लगा रहे हैं कि उन्हें एमबीबीएस मिल सकेगा या नहीं, उन्हें सरकारी मेडिकल कॉलेज मिल सकेगा या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की भारी भरकम फीस के फेर में फंसना होगा।
यहां हम बता रहे हैं कि नीट यूजी 2023 में अगर किसी विद्यार्थी की 1 लाख से 52 लाख के बीच रैंक आई है तो उसे किन मेडिकल कॉलेजों में एमीबीएस कोर्स में एडमिशन मिल सकता है।
मेडिकल कॉलेज का नाम रैंक रेंज
राजा राजेश्वरी मेडिकल कॉलेज, बेंगलुरु 1-1.9 लाख
भारती विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी मेडिकल कॉलेज पुणे- 1-1.91 लाख
एमजीएम मेडिकल कॉलेज नवी मुंबई- 1-1.95 लाख
जेएलएन मेडिकल कॉलेज, दत्ता मेघे, वर्धा- 1-1.96 लाख
एसबीकेएस मेडिकल इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर सुमनदीप विद्यापीठ– 1-2.5 लाख
एमएम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च- 1-1.15 लाख
एसीएस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल चेन्नई, 1.01-4.11 लाख
एसआरएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल चेन्नई, 1.2-3.01 लाख
वीएमकेवी मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल सलेम- 1.03-3.41 लाख
बीएलडीई डीम्ड यूनिवर्सिटी बीजापुर – 1.04-1.45 लाख
डॉ. डीवाई पाटिल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पुणे- 1.03- 2.83 लाख
श्री बालाजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल चेन्नई- 1.13-4.34 लाख
कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज कराड- 1-2.97 लाख
इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड एसयूएम हॉस्पिटल भुवनेश्वर- 1-1.49 लाख
श्री रामचंद्र मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट चेन्नई- 1-1.66 एलयेनेपोया
एलयेनेपोया मेडिकल कॉलेज मैंगलोर- 1.01-1.35 लाख
MBBS : NEET टॉपर ने क्यों AIIMS छोड़कर इस मेडिकल कॉलेज में लिया था एडमिशन, जानें वजह
वैसे अभी तक एमसीसी नीट काउंसलिंग के चार राउंड (राउंड 1, राउंड 2, मॉप अप राउंड स्ट्रे वैकेंसी राउंड) करवाता रहा है। इस वर्ष भी यही पैटर्न रिपीट होने की उम्मीद है। इस वर्ष नीट में बैठने वाले करीब 20 लाख विद्यार्थियों में से 11,45,976 स्टूडेंट्स ने एग्जाम पास किया है। लेकिन देश में एमबीबीएस की करीब 1.07 लाख सीटें ही उपलब्ध हैं। ऐसे में नीट क्वालिफाई करने वाले 11.45 लाख विद्यार्थियों में अच्छी रैंक हासिल करने वाले विद्यार्थियों को ही एमबीबीएस की सीट मिल पाएगी। कुल एमबीबीएस की 1.07 लाख सीटों में से लगभग 54000 के आसपास सीटें ही सरकारी मेडिकल कॉलेजों में हैं।
20 मार्क्स ऊपर जा सकती है एमबीबीएस एडमिशन की कटऑफ
इस साल नीट क्वालिफाइंग कटऑफ पिछले साल से ऊपर गई है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि एडमिशन के लिए एमबीबीएस की कटऑफ 20 मार्क्स ऊपर जाने के पूरे आसार हैं। यहां देखें ऑल इंडिया कोटे से यूपी, बिहार, दिल्ली और उत्तराखंड के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में कितनी रैंक पर एडमिशन हो सकता है।