
नई दिल्ली (NEET PG 2025). 15 जून 2025 को होने वाली नीट पीजी परीक्षा डेट को स्थगित कर दिया गया है. अब मेडिकल प्रवेश परीक्षा 03 अगस्त 2025 को आयोजित की जाएगी. नीट पीजी परीक्षा पहले 2 शिफ्ट में होनी थी. फिर सुप्रीम कोर्ट ने इसे एक ही शिफ्ट में आयोजित करवाने का फैसला दिया. इस वजह से NBEMS ने 15 जून की परीक्षा रद्द करके उसे अगस्त में आयोजित करवाने की मांग की. शुक्रवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने नीट पीजी की नई डेट को मंजूरी दे दी.
सिंगल शिफ्ट परीक्षा, कैंडिडेट्स पर असर
नीट पीजी परीक्षा डेट आगे बढ़ जाने से उन कैंडिडेट्स को राहत मिली है, जिनकी तैयारी पूरी नहीं हो पाई थी. अब उनके पास रिवीजन करने के लिए एक्सट्रा टाइम है.
समान अवसर और निष्पक्षता
चुनौती: एक शिफ्ट में लाखों कैंडिडेट्स की परीक्षा के लिए पर्याप्त केंद्र, संसाधन और मैनपावर की जरूरत होगी. अगर व्यवस्था ठीक न हुई तो भीड़भाड़, तकनीकी खराबी या देरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
ट्रैवल और लॉजिस्टिक्स
चुनौती: एक शिफ्ट में परीक्षा के लिए देशभर में 250 शहरों में 1,000 से अधिक केंद्रों की जरूरत होगी. कुछ कैंडिडेट्स को अपने शहर से दूर परीक्षा केंद्रों तक यात्रा करनी पड़ सकती है, जिससे समय, खर्च और थकान बढ़ सकती है.
मानसिक और शारीरिक दबाव
सकारात्मक प्रभाव: एक शिफ्ट से नॉर्मलाइजेशन की अनिश्चितता खत्म होगी, जिससे कैंडिडेट्स का परीक्षा प्रक्रिया पर भरोसा बढ़ेगा.
सिंगल शिफ्ट परीक्षा से किसे फायदा मिलेगा?
सिंगल शिफ्ट परीक्षा के कई फायदे भी हैं. आपको उनके बारे में भी पता होना चाहिए.
जिन्हें नॉर्मलाइजेशन से दिक्कत थी
कमजोर तैयारी वाले कैंडिडेट्स
पहली बार परीक्षा देने वाले कैंडिडेट्स
जो कैंडिडेट्स पहली बार नीट पीजी परीक्षा दे रहे हैं, एक शिफ्ट की निश्चितता और तैयारी का अतिरिक्त समय मिलने से उनका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा. उन्हें दो शिफ्ट्स की कठिनाई और नॉर्मलाइजेशन की चिंता से मुक्ति मिलेगी.