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इस साल बिहार में दो नए मेडिकल कॉलेज समस्तीपुर और छपरा में पढ़ाई शुरू होगी। दोनों को 2024-25 सत्र से नेशनल मेडिकल बोर्ड से मान्यता मिलने की पूरी संभावना है। नीट में चयनित विद्यार्थियों का दोनों मेडिकल कॉलेजों में नामांकन के साथ ही जुलाई से पढ़ाई शुरू होगी। दोनों में 100-100 विद्यार्थियों का नामांकन होगा। यानी इस साल राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में कुल नामांकन 1770 से बढ़ कर 1970 हो जाएगा।
बिहार स्वास्थ्य विभाग के अनुसार छपरा और समस्तीपुर मेडिकल कॉलेज का काम अंतिम चरण में है। माना जा रहा है कि मार्च तक दोनों मेडिकल कॉलेज बन कर तैयार हो जाएंगे। इसके बाद तुरंत दोनों मेडिकल कॉलेजों में आवश्यक प्रयोगशाला के लिए उपकरण सहित अन्य सामान की खरीदारी की प्रक्रिया शुरू होगी। नेशनल मेडिकल कमिशन से अनुमति लेने के लिए विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। दोनों मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो जाएंगे, वहां के प्राचार्य की ओर से एनएमसी को पत्र लिखकर 100-100 सीटों पर नामांकन की अनुमति ली जाएगी।
मेडिकल स्नातक की 2765 सीटें होंगी
अभी बिहार में 11 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स में 1490 नामांकन हो रहे हैं। केंद्र सरकार के नियंत्रण वाले दो मेडिकल कॉलेजों में 225 सीट हैं। आठ प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में 1150 सीट हैं। यानी मेडिकल स्नातक के कुल 2765 सीटें हैं। अभी पीएमसीएच में 200, एनएमसीएच पटना में 150, डीएमसीएच दरभंगा में 120, जेएलएनएमसीएच भागलपुर में 120, एनएमएमसीएच गया में 120, एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर में 120 सहित अन्य कॉलेजों में भी सीटें हैं।
बिना बायोलॉजी 12वीं पास करने वाले छात्र भी देंगे NEET
इस बार बिना बायोलॉजी विषय के 12वीं कक्षा पास करने वाले छात्र भी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट देकर एमबीबीएस व बीडीएस कोर्सेज में एडमिशन ले सकेंगे। नीट 2024 की पात्रता के नियमों के मुताबिक ऐसे छात्र जिन्होंने 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स को कोर विषयों के तौर पर पढ़ा है और उनका बायोलॉजी या फिर बायोटेक्नोलॉजी दोनों में से कोई भी एडिश्नल विषय रहा है, वे मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम में बैठ सकते हैं।