[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
हिमाचल प्रदेश में हमीरपुर मेडिकल कॉलेज (बैच 2019) के एमबीबीएस ( MBBS ) छात्रों ने शॉर्ट नोटिस के साथ नेशनल एग्जिट टेस्ट ( नेक्स्ट – NEXT ) के आयोजन का निर्णय दिए जाने के विरोध में सोमवार को हमीरपुर में हाथों में तख्तियां लेकर जुलूस निकाला और कॉलेज कैंपस के बाहर प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने घोषणा की है कि अंतिम वर्ष के एमबीबीएस छात्रों के 2019 बैच के लिए परीक्षा अगले साल दो चरणों में आयोजित की जाएगी। अगला चरण एक और चरण दो ये अस्थायी रूप से मई और नवंबर में आयोजित किया जाएगा।
आंदोलनकारी छात्रों के प्रवक्ता रविकांत और इतिका ने एक बयान में कहा कि कॉलेज में अटेंडेंस बनाए रखने और क्लासेज लेते हुए इतने कम समय में राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में भाग लेना ‘अन्यायपूर्ण’ है, और हम सभी इस फैसले के खिलाफ एक साथ खड़े हैं। बैच 2019 के प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि यह राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) अधिनियम 2019 की धारा 49 का ‘घोर उल्लंघन’ है। आक्रोशित छात्रों ने राज्य के मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन भेजकर न्याय की मांग की।
एडमिशन के टाइम नेक्स्ट का जिक्र नहीं किया गया था
उन्होंने कहा, ‘वर्ष 2019 में इस कोर्स में हमारे दाखिले के दौरान हमारे कोर्स में कहीं भी नेक्स्ट नामक किसी भी परीक्षा का उल्लेख नहीं किया गया था, और यहां तक कि जब कोरोना महामारी के बाद नया कार्यक्रम सामने आया तो भी इस परीक्षा के संबंध में कोई भी सूचना नहीं थी। 2019 बैच पर नेक्स्ट लागू करना एनएमसी अधिनियम के खंड 49 का उल्लंघन है क्योंकि 2019 बैच ने एक अगस्त 2019 को अपना पाठ्यक्रम शुरू किया था जबकि एनएमसी अधिनियम आठ अगस्त 2019 को प्रकाशित हुआ था और अधिनियम सितंबर 2020 में शुरू हुआ था।’
MBBS के बाद PG में दाखिले के लिए 5 साल तक मान्य रहेगा NEXT परीक्षा का स्कोर, NMC ने जारी किए नियम
4 माह में कोर्स कैसे पूरा हो सकता है
छात्रों ने बताया, इसके अलावा 2019 बैच को पहले ही कोरोना का सामना करना पड़ा जिससे क्लिनिकल पोस्टिंग में काफी बाधाएं आईं और आधी कक्षाएं निलंबित कर दी गईं। छात्रों का कहना है कि क्लीनिक के दौरान उन्हें सीखने का एकमात्र समय तीसरे वर्ष में मिला और उनका अंतिम वर्ष अभी मार्च 2023 में शुरू हुआ है। केवल चार महीने की अवधि में एक कॉलेज अपना पाठ्यक्रम कैसे पूरा कर सकता है?
जो पहले पढ़ चुके हैं, उसे क्यों फिर से पढ़ें
उन्होंने कहा, ‘हम पिछले वर्षों की परीक्षाओं में नेत्र विज्ञान और ईएनटी की परीक्षा दे चुके हैं तो हम उसे क्यों दोहराएं? क्या हमारी पिछले वर्षों की मार्कशीट मायने नहीं रखती हैं?’
2019 के एमबीबीएस बैच से लागू न हो नेक्स्ट
छात्रों ने मांग की कि वे (अधिकारी) नेक्स्ट देने के लिए उचित बैच चुनें और 2019 निश्चित रूप से वह नहीं है जिसका उन्हें सामना करना चाहिए। छात्रों ने कहा कि उनका विरोध एक से सात जुलाई के बीच होने वाले राष्ट्रव्यापी आंदोलन का हिस्सा था। उन्होंने कहा कि एक और विरोध प्रदर्शन सात जुलाई तक जारी रहेगा।
क्या है NEXT एग्जाम
राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) अधिनियम के मुताबिक, एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए एनईएक्सटी साझा योग्यता परीक्षा के तौर पर होगा। साथ में यह आधुनिक चिकित्सा पद्धति की प्रैक्टिस करने के लिए लाइसेंस परीक्षा और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए योग्यता आधारित परीक्षा एवं विदेश से पढ़कर आए और भारत में प्रैक्टिस करने की मंशा रखने वालों के लिए स्क्रीनिंग परीक्षा का काम करेगा। एनएमसी ने घोषणा की है कि 2019 में दाखिला लेने वाले छात्रों की एनईएक्सटी परीक्षा अगले साल दो चरणों में आयोजित की जाएगी। पहला चरण मई जबकि दूसरा चरण नवंबर में आयोजित किया जाएगा।
[ad_2]
Source link