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नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पटना (एनआईटी) में छह लाख से कम सालाना पैकेज देने वाली कंपनियों को कैंपस में प्रवेश नहीं मिलेगा। एनआईटी की एनआईआरएफ (नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क) भी पिछले साल की तुलना में बेहतर हुई है। पहले 63 वीं रैंक थी, जो घटकर 56 आ गयी है। इस वजह से प्लेसमेंट के लिए भी सीमा तय कर दी गई है। प्लेसमेंट इंचार्ज डॉ. शैलेश एम पांडेय ने बताया कि अगस्त से नए साल के लिए प्री प्लेसमेंट की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। सत्र 2023-24 के लिए छात्रों का बेहतर कंपनियों में प्लेसमेंट हो सके, इसके लिए तैयारी शुरू है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पटना
– 52 लाख रुपये का पैकेज इस वर्ष रहा था अधिकतम
– नए साल के लिए प्री प्लेसमेंट प्रक्रिया अगस्त से शुरू होगी
– बेहतर पैकेज के लिए कई कंपनियों को पत्र लिखा गया
पिछले सत्र में हुआ था शत प्रतिशत प्लेसमेंट
पिछले साल वैश्विक स्तर पर रोजगार संकट की स्थिति होने के बाद भी एनआईटी का प्लेसमेंट बेहतर हुआ था। एनआईटी पटना सत्र 2022-23 के कैंपस प्लेसमेंट में अपनी 100 प्रतिशत प्लेसमेंट के आंकड़े को लगातार चौथी बार भी पार गया। हालांकि, वैश्विक असर के कारण वर्ष 2021-22 के 123 प्रतिशत प्लेसमेंट से इस वर्ष 13 प्रतिशत कम रहा था। इस वर्ष सबसे अधिक मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्रों का प्लेसमेंट रहा। विभाग के 85 छात्रों को 110 ऑफर मिले। इनमें कई छात्रों को कई कंपनियों के ऑफर मिले। कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग दूसरे नंबर पर रहा।
वैश्विक मंदी के बीच बेहतर प्लेसमेंट होना बड़ी बात है। इसबार उम्मीद है और अच्छी बड़ी कंपनियां कैंपस में आएगी।- प्रो. पीके जैन, निदेशक