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नेशनल मेडिकल कमिशन जल्द ही नीट पीजी की कटऑफ 2023 को कम कर सकती है। दरअसल आइएमए और फेडरेशन ऑफ रेजिडेट डॉक्टर एसोसिएशन पिछले ही महीने नीट पीजी कटऑफ क्राइटेरिया को रिवाइज करने की मांग कर चुके हैं। एसोसिएशन ने 30 फीसदी तक कटऑफ कम करने की मांग की थी। दरअसल इस बार नीट पीजी की कटऑफ में इस बार काफी ज्यादा गई है, जिसके चलते अधिक संख्या में एमबीबीएस की सीटें भरी जाएं और काउंसलिंग के पूरे होने तक ज्यादा से ज्यादा संख्या में सीटें भरी जाएं, इसके लिए आईएमए ने मागं की थी नीट की मौजूदा कटऑफ में कमी कर दी जाए।
आपको बता दें कि इस समय एनएमसी ने अभी तक राउंड-3 नीट पीजी काउंसलिंग का रिजल्ट अभी तक जारी नहीं किया है, जो 16 सितंबर को जारी होने वाला था। आईएमए की मानें तो कटऑफ पर्सेंटाइल को 30 फीसदी कम करने पर क्लिनिकल और गैर-क्लिनिकल दोनों ब्रांच में अधिकतर सीटें भरी जा सकेंगी। आपको बता दें कि नीट पीजी कटऑफ पर्सेंटाइल सामान्य कैटेगरी के लिए 50, पीडब्लूडी के लिए 45, रिजर्व कैटेगरी के लिए 40 है। एनएमसी के एक मैंबर ने इंडियन एक्सप्रेस वेबसाइट से बात करते हुए कहा कि नीट पीजी कटऑफ की कमी करने से मेडिकल एजुकेशन का स्टेंडर्ट कम नहीं होगा और ना ही सर्विस के साथ यह समझौता होगा। उन्होंने कहा कि एमबीबीएस के सिलेबस को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इससे देश के मेडिकल जरूरते पूरी हो सकें।
आपको बता दें कि इस साल नीट पीजी के लिए करीब 2.9 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, नीट पीजी के जरिए एमडी, एमएस, डीएनबी, डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन किए जाते हैं, लेकिन इस बार कटऑफ काफी बढ़ी थी।
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