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Pahalgam Attack: पहलगाम आतंकी हमले की ट्रंप ने निंदा की और मोदी को फोन कर संवेदना व्यक्त की. न्यूयॉर्क टाइम्स ने ‘मिलिटेंट्स’ लिखा. इस पर अमेरिकी समिति भड़क गया और X पर न्यूयॉर्क टाइम्स को रगड़ दिया.
अमेरिकी संसद की हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के बहुमत पक्ष न्यूयॉर्क टाइम्स को रगड़ दिया.
हाइलाइट्स
- अमेरिकी संसद ने न्यूयॉर्क टाइम्स को फटकार लगाई.
- ट्रंप ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की.
- अमेरिकी समिति ने NYT को सही किया.
Pahalgam Terror Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया है. अमेरिकी सरकार ने पर्यटकों पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की. राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया और “जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की मौत पर संवेदना व्यक्त की.” लेकिन न्यूयॉर्क टाइम्स ने तो हद कर दी. उसने आतंकवादियों को ‘मिलिटेंट्स’ लिख दिया. लेकिन अमेरिकी संसद की हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के बहुमत पक्ष न्यूयॉर्क टाइम्स को रगड़ दिया.
भारत के प्रति अपना स्पष्ट समर्थन दिखाते हुए, अमेरिकी सरकार की विदेश मामलों की समिति ने न्यूयॉर्क टाइम्स को सही किया. दरअसल न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक लेख में आतंकवादियों के बजाय ‘मिलिटेंट्स’ शब्द का इस्तेमाल किया. न्यूयॉर्क टाइम्स में पहलगाम हत्याकांड पर एक लेख की हेडलाइन में कहा गया था, ‘कश्मीर में मिलिटेंट्स ने कम से कम 24 पर्यटकों को मार गिराया’. उसी के स्क्रीनशॉट का हवाला देते हुए, अमेरिका की विदेश मामलों की समिति ने कहा, “अरे, न्यूयॉर्क टाइम्स हमने आपके लिए इसे ठीक कर दिया है. यह एक आतंकवादी हमला था. चाहे भारत हो या इज़रायल, जब आतंकवाद की बात आती है तो NYT वास्तविकता से दूर हो जाता है.”

हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के बहुमत पक्ष ने न्यूयॉर्क टाइम्स को रगड़ दिया. (फोटो X)
अमेरिकी सरकार की विदेश मामलों की समिति क्या है?
विदेश मामलों की संयुक्त राज्य सभा समिति, जिसे विदेश मामलों की सदन समिति के रूप में भी जाना जाता है. यह अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की एक स्थायी समिति है. इसका अधिकार क्षेत्र संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मामलों से संबंधित विधेयकों और जांचों पर है.
ट्रंप ने हमले की निंदा की
इससे पहले ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “कश्मीर से बहुत परेशान करने वाली खबर आई है. आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त राज्य अमेरिका भारत के साथ मजबूती से खड़ा है. हम मारे गए लोगों की आत्मा की शांति और घायलों के स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं. प्रधानमंत्री मोदी और भारत के अविश्वसनीय लोगों को हमारा पूरा समर्थन और गहरी सहानुभूति है. हम आप सभी के साथ हैं!”