मोक्षदायनी गंगा में नहा कर देश-दुनिया के लाखों-करोड़ों लोगों ने अपने पाप धोए हैं. गंगा नहाकर हजारों-लाखों लोगों ने मोक्ष की कामना की है. अमावस्या हो या पूर्णिमा, संक्रांति हो या गंगा दशहरा, कार्तिक स्नान हो या माघ स्नान बड़ी संख्या में माताओं-बहनों ने परिजनों की समृद्धि और बच्चों की सुरक्षा के लिए गंगा जी में डूबकी लगाई है. मौसम अनुकूल हो या प्रतिकूल, धर्म परायणता उन्हें रोक नहीं पाई. कोई सुविधा हो या ना हो उन्होंने कठिन से कठिन साधना की है. स्नान के बाद होने वाली समस्याएं भी उन्हें नहीं रोक पाई. स्नान के बाद महिलाओं को वस्त्र परिवर्तन में सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ता है. उन्होंने ना कभी शिकायत की और ना ही कोई उम्मीद रखी.
लेकिन योगी सरकार ने माता-बहनों की इस दिक्कत को महसूस किया और स्नान के बाद कपड़े बदलने के लिए सुविधा देने की योजना पर काम शुरू किया. पाठक जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीर्थ स्थलों के विकास को लेकर गंभीरता से जुटे हैं. खास कर गंगा और उसके तटों पर बसे तीर्थों के कायाकल्प का मार्ग प्रशस्त करने में जुटी योगी सरकार श्रद्धालुओं के लिए एक और नई सुविधा को विस्तार देने जा रही है.
गंगा में स्नान के बाद श्रद्धालुओं को कपड़े बदलने में कोई दिक्कत ना हो, इसके लिए दशाश्वमेध घाट पर पायलट प्रोजेक्ट के तहत फ्लोटिंग चेंजिंग रूम की शुरुआत की गई. शुरुआत के बाद से ही स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं ने इस सुविधा को हाथोंहाथ लिया. पायलट प्रोजेक्ट के तहत बने इस फ्लोटिंग चेंजिंग रूम ने जन उपयोगिता साबित की है. एक आंकड़े के मुताबिक इस साल अब तक 4 लाख लोगों ने फ्लोटिंग चेंजिंग रूम की सुविधा का लाभ उठाया है.
पायलट प्रोजेक्ट वाले फ्लोटिंग चेंजिंग रूम की कामयाबी के बाद दशाश्वमेध मॉडल को अब बड़े पैमाने पर लागू किया जाने की योजना पर काम हो रहा है. बनारस के 6 अन्य घाटों पर भी फ्लोटिंग चेंजिंग रूम बनाए जाने हैं. इन पर करीब 5 करोड़ 70 लाख रुपए की लागत आने का अनुमान है.
7 और 8 जुलाई 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय काशी यात्रा पर होंगे. वे 7 जुलाई को ही काशी के 6 घाटों पर जन सरोकार से जुड़ी और अति महत्वाकांक्षी योजना को अमली जामा पहनाते हुए इसके निर्माण कार्य का शिलान्यास करेंगे.
दूर होगी असहज स्थिति
बनारस आने वाले श्रद्धालु (चाहे वे पुरुष हों या महिलाएं) गंगा स्नान के बाद घाटों पर कपड़े बदलने में असहज़ महसूस करते थे. लेकिन जगह की दिक्कत होने की वजह से कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पा रहा था, ऐसे में फ्लोटिंग चेंजिंग रूम की कल्पना ने जगह बनाई और जगह की कमी को दूर करते हुए इसे पानी में ही बनाए जाने की पहल की गई. श्रद्धालुओं ने दशाश्वमेध घाट पर बने फ्लोटिंग चेंजिंग रूम की जमकर सराहना की है. जबकि अभी तक इसका विधिवत उद्घाटन भी नहीं हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दशाश्वमेध घाट पर बने फ्लोटिंग चेंजिंग रूम का उद्घाटन भी करेंगे. इसके साथ-साथ 6 अन्य घाटों पर बनने वाले फ्लोटिंग चेंजिंग रूम का शिलान्यास भी करेंगे. राजेंद्र प्रसाद घाट, अस्सी घाट, शिवाला घाट, राजघाट, केदार घाट और पांच गंगा घाट पर फ्लोटिंग जेटी चेंजिंग रूम बनाए जाने की योजना है. हर फ्लोटिंग चेंजिंग रूम में 10 महिलाओं और 10 पुरुषों के लिए अलग-अलग चेंजिंग रूम होगा.
पिछली सरकारों ने की अनदेखी
कई दशकों से ऐसी ही स्थिति रही. श्रद्धालु आते, नहाते और चले जाते. उनकी इस व्यावहारिक दिक्कत के प्रति किसी ने गंभीरता नहीं दिखाई. ना प्रशासन जागा और ना ही जन प्रतिनिधियों ने सुध ली. कपड़े बदलने का उचित स्थान नहीं होने से श्रद्धालु काफी परेशान होते रहते. योगी सरकार इन समस्याओं के निराकरण को लेकर प्रतिबद्ध है.
जून से मिल रहा लाभ
मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि स्नान करने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए दशाश्वमेध घाट पर जून में फ्लोटिंग जेटी तैयार हो गई थी. हर रोज करीब-करीब 5 हजार श्रद्धालु इस चेंजिंग रूम का प्रयोग कर रहे हैं. बीते गंगा दशहरा में इसका प्रयोग 55 हजार लोगों ने किया था.
(डिस्क्लेमर- ये लेखक के निजी विचार हैं.)
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FIRST PUBLISHED : July 06, 2023, 20:59 IST