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हाइलाइट्स
कतर की अदालत ने 8 पूर्व नौसैनिकों की फांस की सजा को टाल दिया है.
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस आने का न्योता दिया है.
नई दिल्लीः नवम्बर 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कान्हा शांति वनम में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि “भारत खुद को “विश्वमित्र” के रूप में देखता है और दुनिया इस देश को मित्र कहती है. समय बदल रहा है, भारत भी बदल रहा है. भारतीय जो भी निर्णय लेंगे, हम जो काम करेंगे वह आने वाली पीढ़ियों का भविष्य तय करेगा.” सितम्बर में लोकसभा में बोलते हुए भी प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हम सबके लिए गर्व की बात है कि आज भारत विश्वमित्र के रूप में अपनी जगह बना पाया. पूरा विश्व भारत में अपना मित्र खोज रहा है.” बीतें 3 दिनों में 3 खबरें ऐसी आईं, जो बताती हैं कि कैसे प्रधानमंत्री मोदी आज विश्व भर के मित्र हैं और प्रधानमंत्री मोदी की स्टेट्समैन की छवि किस तरह दुनिया भर में भारत के बढ़ते प्रभाव को दिखा रही है.
सबसे पहली खबर कतर से भारत की कूटनीति की बड़ी जीत की. कतर में 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों की फांसी की सजा पर रोक लग गई है. इसी के साथ इन सभी की भारत वापसी की उम्मीदें बढ़ गई हैं. कतर की एक अदालत ने अक्टूबर में 7 सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारियों और एक नाविक को मौत की सजा सुनाई. ये लोग अल दहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजीज के कर्मचारी थे. भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक संक्षिप्त प्रेस रिलीज जारी करके इस खबर की पुष्टि की है. विदेश मंत्रालय ने बताया है कि वह इस मामले में जारी किए विस्तृत फैसले का इंतजार कर रहा है. अभी कुछ ही हफ्ते पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कतर के शासक शेख तमीम बिन हमद अल थानी से मुलाकात की थी और दुनिया भर के विशेषज्ञ इस बड़े फैसले को उसी मुलाकात का असर मान रहे है.
स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया साइट X पर पोस्ट किया था, ‘कल दुबई में COP28 शिखर सम्मेलन के मौके पर कतर के अमीर महामहिम शेख तमीम बिन हमदद अल थानी से मिलने का अवसर मिला. द्विपक्षीय साझेदारी की संभावना और कतर में भारतीय समुदाय की भलाई पर हमारी अच्छी बातचीत हुई.’ 21 दिसंबर को भारतीय राजदूत को आठों पूर्व अधिकारियों से मिलने के लिए कॉन्सुलर एक्सेज़ मिली और लगभग एक हफ्ते बाद इन सैनिकों की सज़ा को कम करने की ख़बर आई है.
दूसरी खबर मास्को में हुए मोदी मैजिक की है. 27 दिसंबर को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अगले साल रूस की यात्रा के लिए आमंत्रित किया. पुतिन ने जयशंकर से कहा, ‘‘हमें अपने मित्र प्रधानमंत्री मोदी को रूस में देखकर खुशी होगी.’’ अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के बाद संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन में जयशंकर ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन अगले साल वार्षिक शिखर सम्मेलन में मिलेंगे.
दिलचस्प बात ये है कि पुतिन ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए पीएम मोदी के लिए चुनाव जीतने की कामना भी की. दुनिया भर के तमाम बड़े नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तिगत समीकरण का सबसे बड़ा उदहारण ये है कि रूस के बेहद अहम दौरे पर पहुंचे भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ मुलाकात के समय पुतिन ने अपना ही बनाया प्रोटोकॉल तोड़ कर भारतीय विदेश मंत्री के साथ आमने-सामने बेहद करीब बैठकर बातचीत की. पुतिन दुनिया के कई राष्ट्राध्यक्षों से बहुत दूर बैठकर बातचीत करते आये हैं, जिसकी विश्वभर में काफी आलोचना भी हुई लेकिन पुतिन ने कभी इसकी परवाह नहीं की.
तीसरी खबर यूएई के अबूधाबी में हिंदू मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल होने की है. मंदिर से जुड़े सोशल मीडिया साईट X एकाउंट ने प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि, ‘पूज्य ईश्वरचरण स्वामीजी एवं पूज्य ब्रह्मविहारी स्वामीजी ने गुरुवर्य महंत स्वामीजी की ओर से आबूधाबी, यूएई में फरवरी 14, 2024 को प्रतिष्ठित होनेवाले बीएपीएस हिंदू मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव एवं लोकार्पण समारोह में गौरवशाली उपस्थिति के लिए भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को आमंत्रित किया.
इस आमंत्रण को सहर्ष मोदीजी ने स्वीकार किया.” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुस्लिम बहुल देश संयुक्त अरब अमीरात में इस मंदिर की आधारशिला 2018 में रखी थी. ये मंदिर पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति और मित्रवत संस्कार का प्रतीक बन कर उभरा है.
कुछ ही हफ्ते पहले इटली ने चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव प्रोजेक्ट से बाहर निकलने की घोषणा कर दी. इसे भारत के लिए एक सकारात्मक ख़बर के रूप में देखा जा रहा है क्यूंकि भारत हमेशा से बीआरआई के विरोध में रहा है. इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी प्रशासन ने चीन को आधिकारिक तौर पर जानकारी दी है कि साल ख़त्म होने से पहले ही इटली प्रोजेक्ट से बाहर आ जाएगा. ख़ास बात ये है कि चीन की इस सबसे महत्वाकांक्षी व्यापार और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना 2019 में हस्ताक्षर करने वाला इटली, एकमात्र प्रमुख पश्चिमी देश था.

दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में वीर बाल दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “आज पूरी दुनिया भारतभूमि को अवसरों की भूमि मान रही है. आज भारत उस स्टेज पर है जहां बड़ी वैश्विक चुनौतियों के समाधान में भारत बड़ी भूमिका निभा रहा है.” बड़ी भूमिका निभाने वाले भारत से आज हर राष्ट्र मित्रता को आतुर है.
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Tags: Narendra modi, PM Modi, Vladimir Putin
FIRST PUBLISHED : January 1, 2024, 09:47 IST
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