Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने धर्म पूछकर निर्दोष पर्यटकों को गोलियों से मार डाला. आतंकियों के इस क्रूर हमले को देखकर हमास की याद आती है. जिस तरह टीआरएफ ने कश्मीर में खुशी के पल बिता रहे लोगों पर अचानकर हमला कर दिया. ठीक वैसे ही हमास ने सात अक्टूबर 2023 को म्यूजिक फेस्टिवल का आनंद ले रहे 250 इस्राइली नागरिकों को मार डाला था.
धर्म के आधार पर चुन-चुनकर मारा
हमास ने जिस तरह से निर्दोष और निहत्थे लोगों को मार डाला, ठीक वैसे ही टीआरएफ ने कश्मीर में निर्दोष और निहत्थे लोगों को मार डाला. हमास ने जिस तरह से यहूदी नागरिकों को टार्गेट करके मारा था, ठीक वैसे ही टीआरएफ ने आतंकियों से पहले उनका धर्म पूछा, अजान और कलमा पढ़कर सुनाने को कहा और फिर गोली मार दी. कश्मीर में भी हमास की तरह टीआरएफ ने पहचान करके हिंदुओं को मौत के घाट उतारा. दोनों ही हमलों में आतंकियों ने धर्म के आधार पर लोगों की हत्याएं की.
हमास आतंकियों ने रॉकेट बैराज, पैराग्लाइडर और वाहनों की मदद से इस्राइल में घुसपैठ की. वैसे ही पहलगाम में पांच-छह आतंकियों ने सेना की ड्रेस पहनकर और हथियार लेकर आतंकियों ने घुसपैठ की. बता दें, सूत्रों का कहना है कि आतंकियों ने शरीर पर कैमरे लगाकर रखे थे. उन्होंने पूरे घटना को रिकॉर्ड किया है. कहा जा रहा है कि सभी आतंकी सबसे पहले मौके पर इक्ट्ठा हुए. इसके बाद उन्होंने अपने साथियों की पहचान की और फिर हमला कर दिया.
कश्मीर के सुधरते हालात की वजह से चिढ़े आतंकी
हमास ने ये हमला इस्राइल और फलस्तीन के बीच संघर्ष को भड़काने और क्षेत्रीय अस्थिरता पैदा करने के लिए की थी. वहीं, जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे थे. पर्यटकों की संख्या बढ़ने लगी थी. सिनेमा घर खुल रहे थे. कश्मीरी बाजारों में रौनक हो रही थी. इस वजह से आतंकियों की पकड़ कम हो रही थी. आतंकियों में बौखलाहट थी. अपनी उपस्थिति दिखाने के लिए आतंकियों ने अटैक किया. दोनों ही हमले बड़े जिओ-पॉलिटिकल उद्देश्यों से प्रेरित थे.
इस्राइली पीएम ने आतंकियों को खत्म करने की कसम खाई
इस्राइल ने तो हमास के हमले के बाद युद्ध का ऐलान कर दिया. इस्राइल ने हमले के बाद तीन बड़े लक्ष्य तय किए, जैसे पहला- हमास का खात्मा, दूसरा- बंधकों की वापसी और तीसरा गाजा सीमा के पास रहने वाले इस्राइलियों की सुरक्षा. इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कसम खाई थी कि वे जब तक हमास का अंत नहीं कर देंगे, तब तक शांति से नहीं बैठेंगे. अब देखना होगा कि आखिर भारत अब क्या कदम उठाएगा.