सरकार कई चीजों पर टैक्स बढ़ाने को लेकर विचार कर रही है। आने वाले समय में पाकिस्तान के लोगों को संपत्ति खरीदने-बेचने, निर्यात होने वाले सामान के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल के आयात पर, सिगरेट, कोला पर और बैकिंग लेनदेन पर अतिरिक्त टैक्स देना पड़ सकता है। प्रस्तावों पर एफबीआर और वित्त मंत्रालय के बीच चर्चा चल रही है लेकिन अभी तक इसे अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
आईएमएफ ने दिया बड़ा झटका
पाकिस्तान को आर्थिक कंगाली के तूफान से सिर्फ आईएमएफ का लोन ही निकाल सकता है। लेकिन यहां से भी उसके हाथ सिर्फ निराशा लगी है। खबर है कि आईएमएफ ने लोन रिव्यू के लिए अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया है। मौजूदा समय में यह पाकिस्तान के लिए सबसे बुरी खबर है। आईएमएफ ने पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय से कहा है कि जब तक उनका देश संस्था की शर्तों को पूरा नहीं करता, रिव्यू टीम नहीं भेजी जाएगी।
‘पाकिस्तान बना बनाना रिपब्लिक’
पाकिस्तान आर्थिक और राजनीतिक संकट एक साथ जूझ रहा है। एक तरफ देश में खाने-पीने की चीजों का अकाल पड़ा हुआ है, लोग आटे-दाल के लिए तरस रहे हैं तो वहीं विपक्ष पर जेल जाने का खतरा मंडरा रहा है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता फवाद चौधरी की गिरफ्तारी के बाद पूर्व पाक पीएम इमरान खान ने मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सिकंदर सुल्तान राजा पर तंज कसते हुए कहा कि पाकिस्तान एक बनाना रिपब्लिक बन गया है, जो कानून के शासन से रहित है।