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गठबंधन सरकार को धमकी
पिछले साल जब इमरान की कुर्सी गई तो पाकिस्तान पीपुल्स लीग-नवाज (PML-N), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP), पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) और मुताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM-P) ने मिलकर शहबाज को पीएम चुना। इस तरह से देश में एक गठबंधन सरकार ने मोर्चा संभाला। तीनों पार्टियां इस समय एमक्यूएम-पी को समझाने की कोशिशों में लग गई हैं।
पीपीपी के नेता आसिफ अली जरदारी, पीडीएम मौलाना फजल-उर-रहमान और पीएम शहबाज ने एमक्यूएम-पी को भरोसा दिलाया है कि पार्टी की चिंताओं को हर हाल में दूर किया जाएगा। लेकिन एमक्यूएम की धमकी ने इमरान को एक उम्मीद दिखाई है। देश में हो रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बाद इमरान ने एक निजी चैनल को इंटरव्यू दिया। उन्होंने कहा, ‘पीटीआई इस टेस्ट से गुजरी है और उसने यह टेस्ट पास किया है। अब शहबाज की बारी है।’
इमरान ने दिया पंजाब का उदाहरण
इमरान का इशारा हाल ही में पंजाब की प्रांतीय सभा में हुए राजनीतिक घटनाक्रम की तरफ था। पंजाब के मुख्यमंत्री परवेज इलाही ने हाल ही में प्रांतीय सभा में विश्वासमत हासिल किया है। इमरान ने कहा कि उनकी पार्टी के पास पंजाब में पूरे वोट्स हैं। उन्होंने कहा कि मूनिस इलाही ने काफी मेहनत की और आखिरी मौके पर पीएमएल-क्यू के जरूरी संख्या को हासिल करने में सफलता हासिल की।
धोखाधड़ी से इनकार
इमरान ने इस दौरान उन तमाम आरोपों से इनकार किया जो धोखाधड़ी से जुड़े थे। इमरान का कहना था कि पीडीएम हमेशा ‘चंगा-मंगा’ वाली राजनीति पर ही टिकी रहेगी। इमरान ने कहा कि देश बदल चुका है और कोई इसे महससू ही नहीं करना चाहता है। इमरान की मानें तो देश के इतिहास में पहली बार हुआ है जब पंजाब जुलाई 2022 में सरकार के खिलाफ खड़ा हुआ। जुलाई 2022 में हुए उपचुनावों में इमरान की पार्टी को बड़ी जीत मिली थी। इमरान ने कहा है कि इन उपचुनावों ने देश की राजनीति को पूरा बदलकर रख दिया है।
बनाया गया प्लान
इमरान की पार्टी पीटीआई ने तय किया है कि राष्ट्रीय सभा में पीएम शहबाज के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी। यह फैसला हाल ही में में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की एक मीटिंग में हुआ है। इस मीटिंग की अध्यक्षता इमरान खान कर रहे थे। मीटिंग के दौरान इमरान ने उस रणनीति को मंजूरी दी है जिसके तहत केंद्र सरकार को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
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