Why Pakistan Army Surrender: पाकिस्तान ने 16 दिसंबर 1971 को भारतीय सेना के सामने घुटने टेक दिए थे। पाकिस्तान के लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाजी ने भारतीय सेना को भरी हुई आंखों से अपनी पिस्तौल सौंप कर सांकेतिक सरेंडर किया था। लेकिन इसके पीछे की असली वजह क्या थी? जनरल एएके नियाजी ने ही इसके बारे में बताया था, जिसका खुलासा भारतीय वायु सेना ने किया है।