ऐप पर पढ़ें
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) के पीएचडी प्रवेश में अब जेआरफ, नेट, एमफिल और अन्य राष्ट्रीय स्तर की फेलोशिप प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को वरीयता दी जाएगी। 10 जनवरी तक एक हजार रुपये लेट फीस देकर पंजीकरण कराया जा सकता है। बीबीएयू में सभी विषयों को मिलाकर कुल 421 पीएचडी सीटें हैं। बीबीएयू ने पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। जिन अभ्यर्थियों ने जेआरएफ पास किया है या उसके बराबर राष्ट्रीय स्तर की फेलोशिप मिली तो उन्हें 10 अंक की वरीयता मिलेगी। इसके अलावा जिसने एमफिल किया हुआ है और नेट भी पास हैं, उसे 7 अंक दिए जाएंगे। वहीं एमफिल या नेट पास अभ्यर्थी को 5 अंक की वरीयता मिल सकेगी।
साक्षात्कार के दिन रिसर्च प्रपोजल की छह प्रतियां जरूरी बीबीएयू प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पीएचडी प्रवेश साक्षात्कार के दिन अभ्यर्थी को रिसर्च प्रपोजल के साथ पहुंचना होगा।
नौकरी लगने पर नहीं छोड़नी पड़ेगी पीएचडी
बीबीएयू में शोधार्थियों को पीएचडी के दौरान नौकरी लगने पर पीएचडी नहीं छोडनी पडेगी। वहीं कोविड काल में जिन शोधार्थियों की पीएचडी पूरी नहीं हो सकी है उन्हें भी मौका दिया गया है। बीबीएयू में कोविड के कारण जो शोधार्थी अपनी पीएचडी समय पर पूरी नहीं कर सके। जिनकी थीसिस जमा नहीं हुई और समय समाप्त हो चुका है, उन्हें तीन महीने के अंदर अपनी पीएचडी थीसिस जमा करनी होगी। यह फैसला एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिया गया है। वहीं बीबीएयू आने वाले दिनों में संयुक्त पीएचडी कार्यक्रम शुरू करने की तैयारी में है।