Home National PM Modi अरिचल मुनाई बिंदु पहुंचे, यहां भगवान राम ने अपनी सेना के साथ रामसेतु का किया था निर्माण

PM Modi अरिचल मुनाई बिंदु पहुंचे, यहां भगवान राम ने अपनी सेना के साथ रामसेतु का किया था निर्माण

0


नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से एक दिन पहले रविवार को उस जगह पर पहुंचे जहां पर भगवान ने अपनी सेना के साथ रामसेतु का निर्माण किया ​था. पीएम मोदी धनुषकोडी के पास अरिचल मुनाई बिंदु पहुंचे हैं. इसके बाद पीएम मोदी श्री कोठंडारामा स्वामी मंदिर में पूजा करेंगे. कोठंडारामा नाम का मतलब धनुषधारी राम है. यह धनुषकोडी में स्थित है. ऐसा कहा जा रहा है कि यहां पर रावण के भाई विभीषण ने पहली बार भगवान राम से मुलाकात की थी.  उनसे शरण मांगी थी. कुछ कहानियां बताती हैं कि ये वहीं स्थान है, जहां भगवान राम ने विभीषण का राज्याभिषेक किया था. इससे पहले, प्रधानमंत्री ने तिरुचिरापल्ली में श्री रंगनाथस्वामी मंदिर और दक्षिणी राज्य में रामेश्वरम में श्री अरुल्मिगु रामनाथस्वामी मंदिर के दर्शन किए. 

ये भी पढ़ें: Ayodhya Ram Mandir: रामलला की पुरानी मूर्ति के दर्शन पर लगाई पाबंदी, गर्भगृह को 81 ‘कलश’ के पानी से धोया गया

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सोमवार को होगी

आपको बता दें कि अयोध्या मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सोमावार को की जाएगी. भव्य आयोजन को देखते हुए, करीब 8,000 वीआईपी मेहमानों को इनमें शामिल किया गया है. उत्तर प्रदेश पुलिस बल ने मंदिर और शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. पुलिस सरयू नदी में नावों के जरिए गश्त लगा रही है. वहीं हवाई निगरानी को लेकर ड्रोन लगाए गए हैं. 

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सोमवार को होगी

आपको बता दें कि अयोध्या मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सोमावार को की जाएगी। भव्य आयोजन को देखते हुए, करीब 8,000 वीआईपी मेहमानों को इनमें शामिल किया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस बल ने मंदिर और शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। पुलिस सरयू नदी में नावों के जरिए गश्त लगा रही है। वहीं हवाई निगरानी को लेकर ड्रोन लगाए गए हैं। 

रामनगरी में उतरेंगे सौ से अधिक विमान 

इस वक्त एयरपोर्ट प्रबंधन का पूरा ध्यान सोमवार को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर है। प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने वाले अतिथियों को लेकर पूर्व संध्या में ही सौ से ज्यादा विमान लाय गए हैं। इनमें से कई नि​जी विमान भी शामिल हैं। यहां पर बड़ी संख्या में विमानों को खड़ा करना कठिन होगा। अयोध्या में अतिथियों को उतारने के बाद विमान लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी एवं कानपुर एयरपोर्ट पर खड़े हो जाएंगे। 



Source link