Health podcast on diabetes: दोस्तो जीवन में मिठास बेहद जरूरी है. कबीर ने कहा भी है – मीठी बानी बोलिए, मन का आपा खोए. लेकिन आज की भागमभाग वाली जिंदगी में आपा खो देने की वजह यही मीठा जहर बन रहा है. जी हां, मैं उस मिठास की बात नहीं कर रही जो जुबान पर होनी चाहिए.. मैं तो उस मिठास की बात कर रही हूं जो हमारे खून में लिमिट से अधिक नहीं होनी चाहिए. खून वाली इस मिठास को मेडिकल साइंस ने नाम दिया है मधुमेह यानी डायबिटीज यानी शुगर का. आज हम बात करेंगे कि इस गंदी वाली मिठास को लेकर. न्यूज18 हिन्दी से बातचीत में एक्सपर्ट डॉक्टरों ने क्या सुझाव दिए हैं और क्या जरूरी बातें हमें बताई हैं, यह बताएंगे. तो स्वागत है आपका फिट लाइफ, हिट लाइफ के आज के डायबिटीज स्पेशल पॉडकास्ट एपिसोड में…
हम अक्सर यह सुनते हैं कि गर्मी के मौसम में ब्लड शुगर बहुत तेजी से बढ़ता है. क्या आपको भी यही लगता है. हमने पाया कि इस विषय पर अलग अलग लोगों के अलग अलग अनुभव थे. तो हमने इसी विषय पर मैक्स हेल्थकेयर गुड़गांव में कंसल्टेंट एंडोक्राइनोलॉजिस्ट और डायबेटोलॉजिस्ट डॉ. पारस अग्रवाल से बात की.
हमने पूछा कि क्या सच में गर्मियों के दिनों में ब्लड शुगर बढ़ जाता है. डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि शुगर बढ़ने और घटने के कई कारण होते हैं. अगर हमारे खान-पान में, दिनचर्या में या खाने-पीने की टाइमिंग में बदलाव होता है तो ब्लड शुगर का बढ़ना सामान्य बात है. इसलिए डायबिटीज के मरीजों को हमेशा खान-पान और लाइफस्टाइल में एकसमानता बरतने की सलाह दी जाती है. डॉ. पारस अग्रवाल ने यह भी बताया कि गर्मी में ब्लड शुगर के बढ़ने की बात का अब तक कोई फुलप्रूव प्रमाण तो है नहीं. कुछ लोगों का गर्मी में शुगर बढ़ा देखा गया है तो इसके कई अन्य कारण भी बताए गए हैं.
यदि आप डायबेटिक हैं और नियमित रूप से एक्सरसाइज नहीं करते हैं, खान-पान सही नहीं रख रहे हैं, तो शुगर का लेवल बढ़ सकता है. दूसरी तरफ जो डायबेटिक मरीज इंसुलिन पर हैं और अगर वे इंसुलिन लेकर तुरंत धूप में निकलते हैं तो इंसुलिन का असर बहुत जल्दी कम हो सकता है. लेकिन यदि आप डायबेटिक होते हुए भी सबकुछ सही तरीके से मैनेज कर रहे हैं तो गर्मी का आपके उपर कोई असर नहीं होगा, ऐसा डॉक्टर पारस कहते हैं.
तो कुल मिलाकर दोस्तो यह है कि चाहे गर्मी हो या सर्दी शुगर के मरीजों को हमेशा अपनी डाइट का ख्याल रखना चाहिए. डॉक्टर ने जो चीजें खाने के लिए बताई हैं, सिर्फ उन्हीं चीजों का सेवन करना चाहिए और नियमित समय पर ही भोजन करना चाहिए. इसके साथ ही नियमित समय पर ही वॉक पर जाना चाहिए. जरूरत से ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी भी शुगर बढ़ा सकती है. खान-पान और दिनचर्या में एकसमानता बरतें. पर्याप्त नींद लेनी चाहिए और तनाव से दूर रहने की पूरी कोशिश करनी चाहिए. तनाव भगाने के लिए योगा, मेडिटेशन करें. खान-पान में सीजनल सब्जियों का ज्यादा इस्तेमाल करें. तली-भुनी चीजें, फास्ट फूड, जंक फूड, सैचुरेटेड फूड, प्रोसेस्ड फूड का सेवन नहीं करना चाहिए. (केदारनाथ सिंह की कविताएं सुनें: जाना, यह पृथ्वी रहेगी, सूर्य, अंत महज एक मुहावरा है)
कई बार कुछ चटपटा खाने का मन करता है, ऐसे में यह सामान्य है कि शुगर पेशेंट खाने के साथ अचार खाना चाहें. लेकिन सुना गया है कि डायबिटीज मरीजों को अचार से दूर रहना चाहिए. मगर, हाल ही में इंटरनेट पर हमने एक रिपोर्ट पढ़ी जिसमें कहा गया था कि अचार का सेवन शुगर लेवल को कम करता है. हमारे मन में सवाल उठा कि क्यों न इस बारे में भी एक्सपर्ट से बात कर ली जाए. (हमारे साहित्य से जुड़े पॉडकास्ट: मंटो की कहानी ‘आर्टिस्ट लोग’ सुनने के लिए क्लिक करें)
बेंगलौर में अपोलो अस्पताल में चीफ क्लिनिकल डायटीशियन और डायबेटिक एक्सपर्ट डॉ. प्रियंका रोहतगी ने बताया कि अचार का ज्यादा सेवन ब्लड प्रेशर के मरीजों को तो नुकसान पहुंचाता ही है लेकिन यह डायबिटीज के मरीजों को भी अप्रत्यक्ष रूप से नुकसान पहुंचा सकता है. वह कहती हैं कि अचार एक अच्छा फर्मेंटेड फूड है लेकिन इसमें बहुत अधिक मात्रा में नमक यानी सोडियम और तेल का इस्तेमाल किया जाता है. जब हम अचार खाते हैं तो हम अन्य चीजों में नमक खाना छोड़ नहीं देते हैं. इसका मतलब हुआ कि हम कुल नमक बहुत अधिक खा रहे हैं. पहले दफ्तर में हम रोटी, सब्जी के साथ अचार पैक कर लेते थे. तो कभी-कभार उस परिस्थिति में तो यह ठीक है लेकिन आजकल बाहर कई पैकेटबंद चीजों को हम खाते हैं. जैसे चिप्स, पापड़, चटनी, बिस्कुट, भुजिया, पिज्जा, बर्गर, जंक फूड आदि. ऐसे में इन चीजों में बहुत अधिक मात्रा में नमक रहता है. इसका मतलब यह हुआ कि अब हम पहले से कहीं अधिक मात्रा में नमक खाते हैं. ऐसे में अगर हम रोजाना अचार खाते हैं तो नमक की मात्रा हमारे शरीर में बहुत अधिक हो जाएगी.
डायबिटीज के मरीज़ को ब्लड प्रेशर और हार्ट से संबंधित बीमारियों का खतरा सबसे ज्यादा रहता है. एक तरह से वह हाई रिस्क जोन में होता है. ऐसे में अगर डायबिटीज के मरीज लगातार अचार खा रहे हैं तो उनमें हाई ब्लड प्रेशर के कारण इंसुलिन रेजिस्टेंस होने लगेगा. इस तरह यह डायबिटीज मरीजों पर अप्रत्यक्ष असर डालेगा.
डॉक्टर पायल बताती हैं कि अगर आपको अचार बहुत पसंद है तो कभी कभार फ्रेश अचार खाएं या इसमें अदरक और नींबू को ज्यादा मिला दें. नींबू की मात्रा ज्यादा हो तो यह डायबिटीज मरीजों के लिए ज्यादा नुकसानदेह नहीं होगा. हां, जो लोग बाहरी चीजों को कम खाते हैं, उनके लिए अचार उतना नुकसानदेह नहीं होगा. अचार खाने के साथ अगर सलाद खाते हैं तो यह इसे बैलेंस कर देगा. बेहतर होगा कि कम नमक वाला और फ्रेश अचार सीमित मात्रा में खाएं.
डॉक्टरों द्वारा दी गई इन जानकारियों से यही बात समझ आई कि शुगर हो तो भी मन खट्टा करने की जरूरत नहीं, बल्कि सिर्फ सजग रहने और नियमित दिनचर्या का पालन करने की जरूरत है. साथ ही अपने डॉक्टर से नियमित संपर्क में रहें. फिट लाइफ हिट लाइफ पॉडकास्ट की अगली सीरीज में हम एक बार फिर हाजिर होंगे आपके साथ एक्सपर्ट सलाहों को लेकर.. तब तक के लिए पूजा प्रसाद को दें इजाज़त, नमस्कार.