Home National Prayagraj Shootout: अतीक के बेटे ने संभाली उमेश हत्‍याकांड की कमान, बेखौफ बरसाईं गोलियां

Prayagraj Shootout: अतीक के बेटे ने संभाली उमेश हत्‍याकांड की कमान, बेखौफ बरसाईं गोलियां

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Prayagraj Shootout: अतीक के बेटे ने संभाली उमेश हत्‍याकांड की कमान, बेखौफ बरसाईं गोलियां

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Prayagraj Shootout: उमेश पाल हत्याकांड में नया खुलासा सामने आया है। पुलिस की जांच में पता चला है कि अतीक अहमद के बेटे ने उमेश पाल हत्याकांड की कमान संभाली थी। पहली बार अतीक का बेटा बेखौफ सामने आया। उसने न तो अपना चेहरा ढका और न ही पहचान छिपाने की कोशिश की। उमेश पाल पर गोलियां बरसाते हुए वह नजर आया। वारदात को अंजाम देकर कार से ही अपने घर चकिया पहुंचा। वहीं पर सड़क किनारे कार खड़ी कर दी। दूसरी गाड़ी से शूटर और हमलावर अलग-अलग निकल गए। पुलिस को शक है कि आरोपी अभी चकिया में ही छिपे हैं।

पुलिस मान कर चल रही है कि हत्‍या की साजिश चकिया में ही रची गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी चकिया पहुंचे और वहां से अलग-अलग भाग निकले। अतीक अहमद के दो बेटों को पुलिस ने हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने शूटरों के नाम बताए। अतीक के पूरे परिवार पर एफआईआर दर्ज कर पुलिस इस हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई करने जा रही है। उमेश पाल की हत्या के बाद उनके परिजन अतीक अहमद पर ही हत्या का आरोप लगा रहे थे। 24 फरवरी की रात जब सीसीटीवी फुटेज देखी गई तो गोली मारने वाले शूटरों में अतीक का एक बेटा नजर आया। अतीक के बेटे की पहचान होते ही उमेश पाल की पत्नी ने एफआईआर दर्ज करा दी। पुलिस ने तत्काल छापामारी की। चकिया में अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन मिलीं। बताया कि बड़ा बेटा लखनऊ गया है। उसके दोनों छोटे बेटों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इन दोनों से गहन पूछताछ चल रही है। उनके मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली गई। जांच में कई राज बाहर आए। पता चला कि अतीक के एक बेटे ने ही उमेश पाल की हत्या की साजिश रची। पहली बार अतीक के बेटे ने हत्या की कमान संभाली।

वारदात को अंजाम देने के लिए उसने अपने उम्र के युवकों को साथ में रखा। गोली चलाने के लिए शूटर मिल गए लेकिन दहशत फैलाने के लिए उसने अपने पिता अतीक के करीबी गुड्डू मुस्लिम को बुलाया। राजू पाल मर्डर केस में भी आरोपी रहे गुड्डू मुस्लिम वारदात को अंजाम देने से तीन दिन पहले चकिया पहुंचा। वहीं पर हत्याकांड की योजना बनी। असलहों का इंतजाम हो गया। गाड़ियां भी अतीक के गुर्गों की थीं। कचहरी से लेकर सुलेमसराय तक उमेश पाल के पीछे अतीक के गुर्गे लग गए। 

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