नॉर्मल डिलीवरी बेबी को जन्म देने का नेचुरल प्रोसेस हैं। हालांकि, महिलाएं इन दिनों ऑपरेशन से बच्चे को जन्म देना आसान समझती हैं। इससे नॉर्मल डिलीवरी के दौरान होने वाले दर्द से तो राहत मिल जाती है लेकिन आगे भविष्य में आपको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सलाह दी जाती है कि जब तक प्रेग्नेंसी में कॉम्पलिकेशन ना हों तब तक नेचुरल तरीके से ही बच्चे को जन्म दें। प्रेगनेंसी के नौवें महीने में नॉर्मल डिलीवरी की संभावना को बढ़ाने में के लिए इन बातों को अपनाएं।
– कहते हैं कि लगभग 34 हफ्ते की प्रेग्नेंसी में रोजाना 4-6 खजूर खाना शुरू कर दें। ये न केवल पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। ये नॉर्मल डिलीवरी में आपकी मदद कर सकते हैं।
– आखिरी के महीनों में हर्बल चाय पिएं, ये आपके गर्भाशय को मजबूत करने में मदद करती हैं। इसे पीकर डिलीवरी आसान और जल्दी होगी।
— प्रेग्नेंसी के आखिरी दिनों में अपने खाने पीने का भी ख्याल रखें। पोषक तत्वों से भरपूर खान पान आपको और बच्चे को चुस्त एवं दुरुस्त रखता है जिससे नॉर्मल डिलीवरी होने के चांसेस बढ़ते हैं।
– इसके अलावा एक्सपर्ट के कहने पर कम से कम 3 स्ट्रेंथ ट्रेनिंग वर्कआउट करें। शरीर को मजबूत रखने में मदद करते हैं। गर्भावस्था के दौरान व्यायाम करने से मां और बच्चे दोनों को कई फायदे होते हैं।
– वॉक करने के बाद योग करनी चाहिए क्योंकि यह तनाव को दूर, मन को शांत और दूसरी परेशानियों को दूर करने में काफी कारगर होता है।
– व्यायाम के अलावा पैदल चलें। प्रेग्नेंसी के दौरान ऐसा करना अच्छा माना जाता है। यह आपके बच्चे को आसानी से जन्म देने के लिए फायदेमंद होता है।
– बेबी को जन्म देने से पहले कूल्हे खोलने वाले स्ट्रेच और पेल्विक फ्लोर रिलैक्सेशन व्यायामों को करना शुरू करें। प्रेग्नेंसी के अंतिम महीनों में पेल्विक फ्लोर को आराम देना जरूरी है। साथ ही बच्चे के जन्म के लिए इसका खुलना भी जरूरी है।
Pregnancy: प्रेग्नेंसी के पहले ट्राईमेस्टर में जरूरी है ये पोषक तत्व, जानिए क्या खाएं
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीकों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट से सलाह लें।