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PRSU Exam : प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) राज्य विश्वविद्यालय ने शैक्षिक सत्र 2023-24 के विषम सेमेस्टर की प्रयोगात्मक परीक्षा में सख्ती की तो एक चौथाई छात्रों ने प्रयोगात्मक परीक्षा ही छोड़ दिया। वहीं, पांच फीसदी छात्र-छात्राएं प्रयोगात्मक परीक्षा में फेल भी हो गए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों के भविष्य को देखते हुए उन्हें दोबारा परीक्षा मे शामिल होने का आखिरी मौका दिया है। ऐसे विद्यार्थी पांच जनवरी तक आवेदन कर सकेंगे।
प्रयोगात्मक परीक्षा में पारदर्शिता के लिए कॉलेजों को यूट्यूब चैनल अनिवार्य रूप से बनाने को कहा गया था। इस चैनल पर प्रयोगात्मक परीक्षा की लाइव रिकॉर्डिंग अपलोड करना था। पूरी रिकॉर्डिंग पेन ड्राइव में विवि प्रशासन को भी उपलब्ध कराने के लिए कहा गया था। मंडल (प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशाम्बी और फतेहपुर) के 2.5 लाख विद्यार्थियों में से 65 हजार ने प्रयोगात्मक परीक्षा छोड़ दी है। वहीं, पांच से दस फीसदी विद्यार्थी फेल भी हो गए हैं। जबकि इससे पहले प्रयोगात्मक परीक्षा में फेल होने वाले विद्यार्थियों की संख्या न के बराबर होती थी। विदित हो कि शैक्षिक सत्र 2023-24 के स्नातक, परास्नातक और व्यावसायिक पाठ्यक्रम (एलएलबी एवं बीएड को छोड़कर) विषम सेमेस्टर की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 16 से 25 नवंबर के मध्य हुई थीं। विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं 28 नवंबर से 26 दिसंबर के मध्य आयोजित की गई। इन परीक्षाओं के लिए तकरीबन पांच लाख परीक्षार्थी पंजीकृत रहे। इसमें से तकरीबन 2.5 लाख विद्यार्थी प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए पंजीकृत रहे। इसमें से तकरीबन 65 हजार ने जहां परीक्षा में अनुपस्थित रहे तो वहीं, पांच से छह हजार छात्र-छात्राएं परीक्षा में फेल हो गए हैं। सूत्रों की माने तो सख्ती के चलते छोटे कॉलेजों ने प्रयोगात्मक परीक्षा ही नहीं आयोजित कराया है।
पीआरएसयू के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि विषम सेमेस्टर की प्रयोगात्मक परीक्षा में पारदर्शिता के लिए सख्त कदम उठाए गए थे। परीक्षा की लाइव रिकॉडिंग संग आन्तरिक एवं वाह्य परीक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में भी बदलाव किया गया था। जिसके चलते तकरीबन 65 हजार ने जहां परीक्षा छोड़ दी है वहीं, पांच हजार से ज्यादा फेल हो गए हैं।