New Delhi:
Ram Mandir: अयोध्या स्थित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को अब चंद घंटों का ही वक्त बचा है. यही वजह है कि देश और दुनिया में इस उत्सव को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. बड़े स्तर पर राम भक्त अपने अराध्य के आने का इंतजार कर रहे हैं. देशभर से 8 हजार से ज्यादा विशिष्ट अतिथियों को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है. वहीं इस समारोह के मुख्य अतिथि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं. पीएम मोदी की रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के वक्त गर्भगृह में मौजूद रहेंगे. लेकिन इस रामलला प्राण प्रतिष्ठा की पूजा कराएंगे लक्ष्मीकांत दीक्षित. आइए जानते हैं आखिर कौन हैं लक्ष्मीकांत दीक्षित जो राम मंदिर में कराएंगे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा.
12.30 बजे शुरू होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम दोपहर 12.30 बजे से शुरू होगा. ये कार्यक्रम 1 बजे तक चलना है. हालांकि प्राण प्रतिष्ठा के लिए महज 84 सेकंड का मुहूर्त है. वैसे तो राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान करने के लिए कुल 121 पुजारियों की टीम तैयार की गई है. लेकिन इन पुजारियों में प्रमुख पुजारी लक्ष्मीकांत दीक्षित होंगे.
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कौन है पुजारी लक्ष्मीकांत दीक्षित
लक्ष्मीकांत दीक्षित काशी के विद्वान पुजारी हैं. वह मूल रूप से महाराष्ट्र के शोलापुर जिले के रहने वाले हैं. बीते कई पीढ़ियों से उनका परिवार काशी में ही रह रहा है. लक्ष्मीकांत के पूर्वजों ने महाराष्ट्र के नागपुर और नासिक रियासतों में भी कई धार्मिक अनुष्ठानों को संपन्न कराया है. बात करें लक्ष्मीकांत दीक्षित की तो वह वाराणसी के मीरघाट स्थित सांगवेद महाविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य हैं.
सांगवेद कॉलेज की स्थापना काशी नरेश के सहयोग से हुई थी. पुजारी लक्ष्मीकांत को काशी में यजुर्वेद के अच्छे विद्वानों में भी गीना जाता है. यही नहीं लक्ष्मीकांत को पूजा पद्धति में भी महारात हासिल है. उन्होंने वेद और अनुष्ठानों की दीक्षा अपने चाचा और पंडित गणेश दीक्षित से ली थी.
17वीं शताब्दी में शिवाजी का भी काराया राज्याभिषेक
लक्ष्मीकांत का इतिहास गौरव से भरा है. उनके पूर्वजों ने कई बड़े अनुष्ठानों को कराने में अहम योगदान दिया है. उनके पूर्वज पंडित गागा भट्ट ने 17वीं शताब्दी में छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक भी संपन्न कराया था.
16 जनवरी से अनुष्ठान में जुटे लक्ष्मीकांत
बता दें कि पुजारी लक्ष्मीकांत दीक्षित 16 जनवरी से ही रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में जुटे हुए हैं. उनके अंडर में 121 पुजारी शामिल हैं. इनमें अकेले काशी से ही 40 पुजारियों को शामिल किया गया है.