Sunday, February 23, 2025
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Ram Mandir: 8 तीव्रता का भूंकप भी नहीं हिला पाएगा राम मंदिर, इसका आर्किटेक्चर जान हो जाएंगे दंग


New Delhi:

Ram Mandir: अयोध्या धाम में बने भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राणतिष्ठा को लेकर तैयारियां अपने चरम पर हैं. 22 जनवरी को एक खास मुहूर्त में हर भारतीय का सपना पूरे होने वाला है. इसको लेकर देश औऱ दुनियाभर के लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है. अयोध्या को तो दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. हर कोई राम मंदिर में बिराजने वाले रामलला के दर्शन को लेकर उत्सुक है. हालांकि इस बीच आपको बता दें कि ये राम मंदिर कोई आम भवनों में से नहीं है. बल्कि इसकी मजबूती के बारे में जानकर आप इसके कायल भी हो जाएंगे. 8 तीव्रता वाला भूंकप भी इस मंदिर के भवन का कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा. आइए जानते हैं इस मंदिर का भव्यता से जुड़ी अहम बातें. 

कैसा है राम मंदिर का आर्किटेक्चर
राम मंदिर के आर्किटेक्चर का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि ये बिल्डिंग आने वाले हजारों वर्षों तक यूं ही खड़ी रहेगी. इस भवन के निर्माण में सिर्फ पत्थर, ईंट या सीमेंट सरिए का इस्तेमाल नहीं किया गया है बल्कि इसके पीछे वैज्ञानिक तकनीक का भी यूज किया गया है. 

यह भी पढ़ें – Ram Mandir: अयोध्या का भव्य राम मंदिर किन मामलों में होगा सबसे अलग, जानें 10 पॉइंट में    

 
ये है राम मंदिर के आर्किटेक्चर की खास बातें
– राम मंदिर का निर्माण तीन चरणों में हो रहा है
– पहला चरण पूरा हो चुका है, जनवरी 24 तक दूसरा चरण भी हो जाएगा
– राम मंदिर को पत्थरों से बनाया जा रहा है
– किसी भी जगह पर लोहे का इस्तेमाल नहीं किया गया ताकि जंग लगने की संभावना ही न हो
– मंदिर के चारों ओर रिटेनिंग वॉल की मोटी चादर बिछाई गई है. जिसे परकोट भी कहते हैं
– 380 फीट लंबाई और 250 फीट इसकी चौड़ाई है, जबकि मंदिर की ऊंचाई 161 फीट है
– मंदिर के हर तल की ऊंचाई 20 फीट है
– राम मंदिर में कुल 44 दरवाजे लगे हैं
– 18 दरवाजे सोने से जड़ित बताए जा रहे हैं
– मंदिर में कुल 392 खंभे हैं, इन पर देवी देवताओं की मूर्तियां बनाई गई हैं.
– राम मंदिर का निर्माण स्वदेशी तकनीक से किया जा रहा है
– मंदिर का 70 फीसदी क्षेत्र हरा भरा होगा
– मंदिर में 21 फीट ऊंची प्लिंथ ग्रोनाइट की सतह बनाई गई है, इसका मकसद है मंदिर में किसी भी तरह की नमी ना हो  
– 14 मीटर मोटी आरसीसी की परत मंदिर के नीचे बिछाई गई है, इसे कृत्रिम चट्टा की तरह लगाया है
– 8 तीव्रता का भूकंप भी आया तो मंदिर के भवन को कोई नुकसान नहीं होगा
– मंदिर परिसर में ही 25000 दर्शनार्थियों की क्षमता वाले दर्शनार्थ सुविधा केंद्र का भी निर्माण होगा

इन देवताओं के भी मंदिरों बने
आयोध्या स्थित राममंदिर परिसर में अन्य देवी देवताओं के मंदिर भी तैयार किए गए हैं. इनमें जटायु का भी एक मंदिर बनाया गया है. इसके अलावा महादेव, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त, निषादराज, माता शबरी, देवी अहिल्या का भी मंदिर मौजूद रहेगा. इसके अलावा अन्य देवी देवताओं जैसे गणेश, सूर्य देव, माता भगवती के मंदिर भी हैं.



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