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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में एक दिन पहले कैबिनेट बैठक हुए. बैठकों में 10 अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई. इस दौरान, एक अहम प्रस्ताव पर मुहर लगी. अयोध्या में महार्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी मिली है. अयोध्या के इस रामायण विश्वविद्यालय में रामायण और वैदिक साहित्य पर शोध के साथ-साथ आधुनिक कोर्सेज में स्टूडेंट्स को पढ़ाई करने का अवसर मिलेगा.
इस साल से शुरू हो जाएगी एडमिशन प्रोसेस
विश्वविद्यालय में शैक्षिक सत्र 2025-26 से एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. इससे अयोध्या और आसपास के हायर एजुकेशन में रुचि रखने वाले स्टूडेंट्स को काफी सहूलियत मिलेगी. मौके पर महर्षि महेश योगी संस्थान के अध्यक्ष अजय प्रकाश श्रीवास्तव ने योगी सरकार का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि रामायण विश्वविद्यालय महर्षि महेश योगी की कल्पना थी. सरकार की मदद से इसे हम पूरा करने वाले हैं.
सीएम के बहुत आभारी हैं हम
महर्षि महेश योगी संस्थान के अध्यक्ष, अजय प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि आज हम लोगों के लिए बहुत खुशी का दिन है. महर्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय की अयोध्या में स्थापना करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अनुमति दे दी है. इस अनुमति के लिए हम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूरे मंत्रिमंडल का बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने इस योजना के लिए जो सहयोग प्रदान किया है, उसके लिए हम बहुत आभारी हैं.
उन्होंने आगे कहा कि आज से 35 वर्ष पहले, जब ये भी साफ नहीं था कि राम मंदिर कब बनेगा, उस वक्त महार्षि योगी जी का मानना था कि भगवान राम की जन्म और कर्मभूमि पर एक ऐसा शिक्षण संस्थान होना चाहिए, जिसमें रामायण सहित अन्य वेदों-पुराणों और ग्रंथों पर अध्य्यन हो, उनके ऊपर रिसर्च हो और उस ज्ञान को पूरे विश्व में फैलाया जाए. हमने महार्षि जी के सपने के साथ सीएम योगी के साथ संपर्क किया तो सीएम ने आश्वासन दिया कि आप लोग इसकी तैयारी करिए, सरकार बहुत जल्दी इसकी अनुमति देगी. सीएम ने अब इसकी अनुमति दे दी है. इससे हम बहुत खुश है. हम उनके बहुत आभारी हैं. सरकार महार्षि के सपने को लेकर आगे बढ़ी है. ये बहुत खुशी की बात है.
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