Patna:
रविवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी सुभाष यादव के घर ईडी ने छापेमारी की. दरअसल, अवैध रेत खनन मामले में ईडी ने सुभाष यादव के घर छापेमारी की और उनके यहां से 2.30 करोड़ कैश समेत कई जरूरी दस्तावेज भी बरामद किए. जिसके बाद ईडी ने शनिवार देर रात सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया. इधर, मंगलवार को लालू के एमएलसी विनोद जायसवाल के कदमकुआं में स्थित आवास पर छापेमारी पड़ी, जहां से कछुआ और शराब बरामद किया गया. इस मामले में 9 मार्च को केस दर्ज किया गया था, लेकिन मामले में अब जाकर कार्रवाई हुई है.
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि 6 मार्च को पश्चिम बंगाल से आयकर विभाग की टीम बिहार पहुंची थी, जहां शराब की खरीद-बिक्री में लेनदेन के मामले में विनोद कुमार के आवास पर छापेमारी की गई थी. जहां से दो शराब की बोतलें और दो कछुआ बरामद किया गया था. शराब के मामले में उत्पाद विभाग ने एमएलसी विनोद कुमार पर केस दर्ज कर लिया है तो दूसरी तरफ वन विभाग ने भी घर में कछुआ रखने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की है. वहीं, एमएलसी का फिलहाल कोई पता नहीं है.
उत्पाद विभाग के निराक्षक मनोज कुमार ने बताया कि आर्थिक अपराध की ओर से उन्हें सूचना दी गई थी. जिसके बाद 6 मार्च को विनोद कुमार के यहां रेड पड़ी. इस दौरान दो स्टाफ के रूम से शराब की बोतलें जब्त की गई. फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और दोनों ही कमरों को सील कर दिया गया है.
शराब की बोतलों पर सियासत शुरू
आरजेडी एमएलसी के घर से शराब मिलने के बाद इस पर जमकर राजनीति हो रही है. जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने इस पर कहा कि पूरी की पूरी पार्टी भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. उनके एक से एक नेता पर एक के बाद एक आरोप लग रहे हैं और आरोप साबित भी हो रहे हैं. इन लोगों के यहां छापेमारी कोई बड़ी बात नहीं है. इनके सुप्रीमो खुद सजायाफ्ता हैं. ये लोग लाख चिल्लाएं, जांच एजेंसी अपना काम कर रही है.
बीजेपी ने किया हमला
जेडीयू प्रवक्ता के बाद बीजेपी नेता निखिल आनंद ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कैसा ढकोसला है? एक तरफ आरजेडी कहती है कि हम शराबबंदी का समर्थन करते हैं और दूसरी तरफ उनके एमएलसी के घर से ही शराब बरामद की जा रही है. इससे यह पता लगता है कि आरजेडी खनन माफिया, शराब माफिया और जमीन माफिया के सरगना है.