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New Book Launch: लखनऊ में डीजीपी प्रशांत कुमार ने ‘सड़क सुरक्षा विमर्श’ किताब का विमोचन किया. पूर्णेन्दु सिंह द्वारा लिखी इस किताब में सड़क दुर्घटनाओं के कारणों और निवारण पर गहन विश्लेषण है.
‘सड़क सुरक्षा विमर्श’ किताब का विमोचन करते डीजीपी व अन्य अधिकारी.
हाइलाइट्स
- डीजीपी प्रशांत कुमार ने ‘सड़क सुरक्षा विमर्श’ किताब का विमोचन किया.
- किताब में सड़क दुर्घटनाओं के कारणों और निवारण पर गहन विश्लेषण है.
- सड़क सुरक्षा पर टाउन प्लानिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग का भी ध्यान रखा गया है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डीजीपी प्रशांत कुमार ने ‘सड़क सुरक्षा विमर्श’ किताब का विमोचन किया. इस किताब को अपर पुलिस अधीक्षक और डीजीपी के स्टाफ ऑफिसर पूर्णेन्दु सिंह ने लिखा है. ‘सड़क सुरक्षा विमर्श’ सड़क दुर्घटनाओं से बचाव के उपायों पर आधारित एक गहरी और सोचने पर मजबूर करने वाली किताब है, जो सड़क दुर्घटनाओं के कारणों और उनके निवारण पर विस्तृत चर्चा करती है.
पूर्णेन्दु सिंह द्वारा लिखी इस किताब में सड़क दुर्घटनाओं के कारणों का गहन विश्लेषण किया गया है और साथ ही, ये भी बताया गया है कि इन दुर्घटनाओं को कैसे रोका जा सकता है. इस किताब में वर्तमान समय में भारत के यातायात को लेकर एक व्यापक विश्लेषण भी पेश किया गया है. साथ ही, संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संस्थाओं की ओर से रोड सेफ्टी के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों पर भी डिटेल दी गई है.
क्या है इस किताब में
पूर्णेन्दु सिंह ने बताया कि सड़क सुरक्षा केवल पुलिस चेकिंग या चालान से संबंधित नहीं है, बल्कि यह एक बहुआयामी मुद्दा है. इसमें टाउन प्लानिंग, ऑटोमोबाइल्स इंजीनियरिंग और स्कूली शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं का भी ध्यान रखना जरूरी है. इस किताब में ऑटोमोबाइल कंपनियों द्वारा चलाए जा रहे मोटर ट्रेनिंग स्कूल और स्वयंसेवी संगठनों द्वारा किए जा रहे अभियानों के बारे में भी जानकारी दी गई है.
दुर्घटना के बाद के उपायों पर भी ध्यान देना जरूरी
पूर्णेन्दु सिंह का कहना है कि वर्तमान समय में सरकारों का ध्यान केवल दुर्घटनाओं के कारण और परिणामों पर है, जबकि दुर्घटना के बाद जीवन रक्षा, राहत और बचाव जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण का अभाव है. इस किताब में स्वास्थ्य सेवाओं की अपर्याप्तता और दुर्घटना के बाद के निवारण उपायों पर भी चर्चा की गई है, ताकि भविष्य में दुर्घटनाओं को कम किया जा सके.
इस किताब का विमोचन सड़क सुरक्षा के महत्व को उजागर करता है और यह उन सभी के लिए एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शिका साबित हो सकता है, जो सड़क सुरक्षा से संबंधित प्रयासों में शामिल हैं.