हाइलाइट्स
पेपर लीक गिरोह का मास्टर माइंड सुरेश ढाका जालोर का रहने वाला है
नकल गैंग का मास्टर माइंड सुरेश ढाका पहले भी दो बार जेल जा चुका है
ढाका ने सोशल मीडिया पर फर्जी तरीके से फॉलोवर्स बढ़ाकर हजारों युवाओं को फांस रखा है
श्याम सुंदर बिश्नोई.
जालोर. राजस्थान में RPSC की सैकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक (RPSC Paper Leak Case) हो जाने से लाखों आक्रोशित अभ्यर्थी सड़कों पर हैं. विपक्ष सरकार पर हमलावर हो रखा है. सूबे की अशोक गहलोत सरकार सांसत में है. राजस्थान भर में राजनीति गरमाई हुई है. इस बीच पेपर लीक के मास्टर माइंड सुरेश ढाका (Master Mind Suresh Dhaka) के कई दिग्गज नेताओं के साथ जुड़े होने के फोटो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहे हैं. उसके केवल राजस्थान के ही नहीं बल्कि देश के कई नेताओं के साथ फोटो वायरल हो रहे हैं. जयपुर में कोचिंग सेंटर चलाने वाला मास्टर माइंड सुरेश ढाका फर्जी तरीके से सोशल मीडिया पर फॉलोवर्स बढ़ाकर राजस्थान के सैकड़ों बेरोजगारों को अपने चंगुल में फंसा रहा था.
सुरेश ढाका पिछले लंबे समय से अपने सोशल अकाउंट ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फर्जी लाखों फॉलोअर्स बनाकर सूबे के लाखों युवाओं की जिंदगी खराब करने में लगा हुआ था. उदयपुर पुलिस ने राजस्थान लोक सेवा आयोग के पेपर लीक मामले में पकड़े गए 45 अभ्यर्थियों सूची की जारी की है. इनमें से 43 अभ्यर्थी जालोर जिले के रहने वाले हैं. ये अभ्यर्थी जालोर जिले के सांचौर इलाके के आसपास के रहने वाले हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस पेपर लीक गिरोह के सरगनाओं का मुख्य केंद्र सांचौर था.
आपके शहर से (जयपुर)
जालोर के तीन बड़े बदमाशों ने किया RPSC पेपर चोरी
RPSC भर्ती परीक्षा पेपर लीक केस के जिन तीन बड़े बदमाशों के नाम सामने आए हैं वे तीनों ही जालोर जिले के रहने वाले हैं. इनमें सुरेश ढाका, सुरेश बिश्नोई और भूपेंद्र सारण का नाम सामने आया है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि इन्होंने ही प्रत्येक अभ्यर्थी को 10 से 15 लाख में पेपर बेचा था. लेकिन एग्जाम से पहले उदयपुर के पास बस पकड़ी गई. बस के अंदर 45 से अधिक अभ्यर्थियों को पकड़ा गया है.
कोचिंग संचालक सुरेश ढाका पहले भी 2 बार जेल जा चुका है
गिरोह का सरगना सुरेश ढाका जालोर के सांचौर से 20 किलोमीटर दूर स्थित अचलपुर गांव का रहने वाला है. उसके पिता मांगीलाल वर्तमान में सरपंच हैं. सुरेश पहले जेल भी जा चुका है. वह पहली बार मनी लॉड्रिंग और दूसरी बार पेपर लीक केस में जेल गया था. वह जयपुर में गुर्जर की थड़ी पर उमंग क्लासेज के नाम से कोचिंग चलाता है. चौंकाने वाली बात ये है कि सुरेश ढाका कई मंत्रियों के ट्विटर हैंडल और फेसबुक पेज हैंडल करता है. इसके अलावा उसके खुद के भी सभी सोशल मीडिया अकाउंट वेरिफाइड हैं. सुरेश ढाका सोशल मीडिया पर फर्जी फॉलोवर्स बढ़ाकर करके प्रदेश के लाखों युवाओं को अपने चंगुल में फंसा चुका था.
पेपर लीक के तार जालोर के सांचौर से जुड़े हैं
पेपर लीक का पूरा प्लान 15 दिन पहले बन गया था. इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड जयपुर का एक कोचिंग संचालक है. पेपर तीन दिन पहले ही गिरोह तक पहुंच गया था. नकल कराने के लिए 1 लाख रुपये में बस किराए पर ली गई. लोकेशन ट्रेस के लिए बस में जीपीएस लगाया गया था. बस में सांचौर के 37 अभ्यर्थी थे. 8-10 अभ्यर्थी पुलिस की कार्रवाई के पहले ही बस से उतर गए थे. इस पूरे पेपर लीक के 4 मास्टरमाइंड हैं. पेपर जयपुर से जालोर पहुंचा था. पेपर लीक गिरोह के सदस्य बस में पेपर सॉल्व कराते हुए अभ्यर्थियों को उदयपुर लेकर गए थे.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Ajmer news, Crime News, Jaipur news, Paper Leak, Rajasthan news, Udaipur news
FIRST PUBLISHED : December 26, 2022, 08:16 IST