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रूस का बड़ा इशारा
मिलिट्री मैगजीन बैरेंट्स ऑब्जर्वर की रिपोर्ट मुताबिक रूस ने अगस्त 2022 में चार टीयू-160 बॉम्बर्स और अक्टूबर में 10 से ज्यादा टीयू-95 बॉम्बर्स तैनात कर दिए थे। इसके अलावा टीयू-160 एयरक्राफ्ट भी यहां पर तैनात किया गया है। नॉर्वे के इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज के साथ प्रोफेसर कटारजीना जिस्क की मानें तो इस तरह के भारी बॉम्बर्स को नॉर्थ में तैनात करके रूस एक बड़ा संकेत देना चाहता है। इन बॉम्बर्स को अब आर्कटिक सर्कल के अंदर तैनात किया गया है जो पहले सेराटोव शहर के पास एंगेल्स पर बेस्ड थे। यह जगह यूक्रेन की सीमा से सिर्फ 600 किमी दूर स्थित है। मगर रूस के लिए एक कमजोर एयरबेस कमजोर साबित हुआ।
क्यों लिया रूस ने यह फैसला
पिछले साल दिसंबर में जब एक ड्रोन हमले में टीयू -95 एयरक्राफ्ट में से दो डैमेज्ड हो गए तो रूस ने एक बड़ा फैसला किया। 13 मई को यूक्रेन की सीमा से करीब 40 किमी दूर ब्रांस्क क्षेत्र में दो रूसी फाइटर जेट्स क्रैश हो गए थे।साथ ही उसी दिन दो एमआई-8 हेलीकॉप्टर भी दुर्घटना का शिकार हो गए थे। अभी भी इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है कि क्या इन एयरक्राफ्ट को गिराया गया था। ओलेन्या एयरबेस से इस हफ्ते नई सैटेलाइट तस्वीरें आई हैं जिनमें यह साफ नजर आता है कि रूस के स्ट्रैटेजिक फोर्स ने यूक्रेने के पड़ोस से दूर उत्तर की तरफ उड़ान भरी थी।
नॉर्वे और फिनलैंड के करीब अलर्ट
दक्षिणी हिस्से पर दो टीयू-160 तैनात हैं जबकि 14 टीयू-95 बड़े एयरक्राफ्ट के साथ खड़े हैं। टीयू-22M एयरक्राफ्ट को एयरबेस के उत्तर-पश्चिमी भाग में पार्किंग क्षेत्र में तैनात किया गया है। ये ऐसे एयरक्राफ्ट हैं जिन्हें कम समय में हमले के लिए रवाना किया जा सकता है। यह नॉर्वे और फिनलैंड से सटे देशों को भी अलर्ट करने वाली स्थिति है। इस साल अप्रैल महीने के अंत में, नाटो ने नॉर्वे के फिनमार्क के उत्तर में दो टीयू-160 बॉम्बर्स समेत सात रूसी एयरक्राफ्ट को लैंड कराया था।
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