Home National Sanjay Raut car vandalized by some unknown persons Vikroli Mumbai – शिवसेना सांसद संजय राउत की कार पर हमला, गाड़ी का पिछला शीशा बुरी तरह टूटा , महाराष्ट्र न्यूज

Sanjay Raut car vandalized by some unknown persons Vikroli Mumbai – शिवसेना सांसद संजय राउत की कार पर हमला, गाड़ी का पिछला शीशा बुरी तरह टूटा , महाराष्ट्र न्यूज

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उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना नेता व राज्यसभा सांसद संजय राउत की कार से तोड़फोड़ हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना मुंबई के विक्रोली इलाके की है। बताया जा रहा है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनकी कार से तोड़फोड़ की। शिवसेना यूबीटी लीडर के कार पर हमले के बाद की तस्वीर सामने आई है। इसमें देखा जा सकता है कि कार का पिछला शीशा टूटा हुआ है। कहा जा रहा है कि जिस वक्त कार पर अटैक हुआ, तब गाड़ी के अंदर राउत नहीं बैठे थे। हालांकि, हमले के चलते कार को जरूर नुकसान पहुंचा है।

गौरतलब है कि संजय राउत अपने बयानों को लेकर अक्सर मीडिया की सुर्खियों में रहते हैं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के महात्मा गांधी को ‘महापुरुष’ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘युगपुरुष’ कहकर संबोधित करने पर राउत ने आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा कि इसका फैसला इतिहास और जनता करेगी। महात्मा गांधी को दुनिया पूजती है। उन्होंने कहा, ‘इतिहास, जनता ये फैसला करेगी कि कौन पुरुष, युगपुरुष और महापुरुष है।’ धनखड़ ने कहा था, ‘महात्मा गांधी ने सत्याग्रह और अहिंसा के माध्यम से अंग्रेजों की गुलामी से हमें मुक्त कराया। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी हमें उस राह पर ले गए हैं जहां हम हमेशा से जाना चाहते थे।’

निर्वाचन आयोग पिंजरे में बंद तोता बन गया: राउत

संजय राउत ने कुछ दिनों पहले कहा था कि भारत निर्वाचन आयोग पिंजरे में बंद तोता और एक दिखावा बनकर रह गया है। उन्होंने इस पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यों पर आंख मूंदने का आरोप लगाया। राउत ने भाजपा पर 5 राज्यों में जहां विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, वहां आधार खोने के बाद मतदाताओं को रिश्वत देने के लिए धार्मिक प्रचार का सहारा लेने का भी आरोप लगाया। राउत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पिछले सप्ताह मध्य प्रदेश में दिए गए उस बयान की आलोचना की जिसमें उन्होंने लोगों से वादा किया था कि अगर भाजपा सत्ता में बनी रहती है तो वह अयोध्या में राम मंदिर के लिए सरकार द्वारा आयोजित यात्राएं कराएगी। राउत ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से धार्मिक आधार पर प्रचार था।

(एजेंसी इनपुट के साथ)



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