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न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने यह बात कही। चीफ जस्टिस ने अपने भाषण का अंत एक और शायरी के साथ की। उन्होंने कहा, "आपके साथ कुछ लम्हे काई यादें बतौर इनाम मिले, एक सफर पर निकले और तजुर्बे तमाम मिले।''
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न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने यह बात कही। चीफ जस्टिस ने अपने भाषण का अंत एक और शायरी के साथ की। उन्होंने कहा, "आपके साथ कुछ लम्हे काई यादें बतौर इनाम मिले, एक सफर पर निकले और तजुर्बे तमाम मिले।''
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