एक टाइम-लैप्स वीडियो में एक सफेद प्रकाश केंद्र को आसमान में आगे की बढ़ते हुए बाहर की ओर फैलते और एक स्पाइरल बनाते हुए देखा जा सकता है। कुछ सेकेंड बाद यह धुंधला पड़ जाता है और आखिर में गायब हो जाता है। ऑब्जर्वेटरी के एक शोधकर्ता इची तनाका ने कहा कि वह उस रात कोई दूसरा काम कर रहे थे और उन्होंने इसे तुरंत नहीं देखा था। तभी यूट्यूब पर कैमरे की लाइवस्ट्रीम देख रहे एक शख्स ने उन्होंने स्पाइरल का स्क्रीनशॉट भेजा।
स्पेसएक्स के रॉकेट से बना स्पाइरल
तनाका ने कहा कि जब मैंने उसका मैसेज देखा तो वह मेरे लिए हैरान कर देने वाली घटना थी। उन्होंने पिछले साल अप्रैल में भी इसी तरह का एक स्पाइरल देखा था। वह भी स्पेसएक्स लॉन्च के बाद सामने आया था लेकिन वह स्पाइरल अधिक बड़ा और धुंधला था। स्पेसएक्स ने 18 जनवरी की सुबह फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से एक मिलिट्री सैटेलाइट लॉन्च की थी। यह स्पाइरल उसी जगह नजर आया जहां लॉन्च के बाद स्पेसएक्स रॉकेट के होने की उम्मीद जताई जा रही थी।
धुंधले आसमान से नहीं दिखा स्पाइरल
फिलहाल स्पेसएक्स ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। तनाका ने कहा कि ऑब्जर्वेटरी ने सुबारू टेलिस्कोप के आसपास की निगरानी करने और मौना केआ के साफ आसमान की तस्वीरों को शेयर करने के लिए कैमरा लगाया है। उन्होंने कहा कि धुंधले आसमान को देख रहे शख्स ने इस स्पाइरल को नहीं देखा होगा। लाइवस्ट्रीम को जापानी अखबार असाही शिंबुन के साथ संयुक्त रूप से चलाया जाता है जिस पर अक्सर सैकड़ों दर्शक आ जाते हैं।