अल्मोड़ा. उत्तराखंड के अल्मोड़ा की खूबसूरत वादियों में हर कोई आना चाहता है. आप अगर अल्मोड़ा भ्रमण के लिए आये हैं और आपने यहां के बाजार में आकर दिलबहार छोले नहीं खाया तो मान कर चलिए कि आप ने कुछ नहीं खाया.
अल्मोड़ा में दिलबहार छोले लोगों की पसंद बना हुआ है. महिला अस्पताल के गेट के बाहर मोहन राम बीते 27 साल से दिलबहार छोले का ठेला लगाते हैं. मोहन राम ने बताया कि इन छोलों को उबालकर बनाया जाता है. इसके बाद प्याज, टमाटर, नमक, मिर्च, जीरा, चटनी और नींबू मिला कर इसे टेस्टी बनाया जाता है. इसमें केवल शुद्ध मसालों का प्रयोग किया जाता है. दिलबहार छोले को खाने के लिए सभी जगह से लोग आते हैं. उत्तराखंड के साथ बाहर से आने वाले लोग भी इन छोले का आनंद लेते हैं.
मोहन राम ने बताया कि वर्ष 1995 से वो दिलबहार छोले बना रहे हैं. उससे पहले तक वो होटल में काम करते थे. वो हल्द्वानी के समा और अल्मोड़ा के कई होटलों में काम कर चुके हैं. उसके बाद उन्होंने यह काम करना शुरू किया. उनके द्वारा बनाये दिलबहार छोले को खाने के लिए लोगों की काफी भीड़ रहती है. उनको इसका स्वाद इतना भाता है कि कई बार वो इसको पैक करा के भी ले जाते हैं.
स्थानीय निवासी कमला नेगी ने बताया कि 2015 से वो अल्मोड़ा में रह रही हैं. इनके दिलबहार छोले काफी स्वादिष्ट हैं. यह काफी चटपटे छोले बनाते हैं. जैसा स्वाद 2015 में था, वैसा ही यह आज भी बरकरार है. वहीं, चंदन जीना ने बताया कि वो 2010 से अल्मोड़ा में रह रहे हैं. अंकल (मोहन राम) के दिलबहार छोले का स्वाद आज भी वैसे का वैसा है. उम्र के साथ अंकल धीरे-धीरे ढल रहे हैं, मगर उनके छोले का स्वाद बिल्कुल पुराने जैसा है.
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FIRST PUBLISHED : December 30, 2022, 19:13 IST