हरिकांत शर्मा/आगरा: कला, साहित्य, संस्कृति और खानपान का संगम ताज महोत्सव आगरा के शिल्पग्राम में 17 फरवरी शुरू हो गया है. इस बार ताज महोत्सव में 300 से अधिक स्टॉल लगाए गए है . भारतीय विरासत और संस्कृति इस बार के ताज महोत्सव की थीम है . ताज महोत्सव में भारतीय व्यंजन, हस्तकला समेत अन्य कलाओं का संगम यहां देखने को मिल रहा है.
आगरा में आयोजित ताज महोत्सव में शिल्पियों के साथ-साथ तमाम राज्यों से आए स्वादिष्ट व्यंजन बनाने वाले कारीगरों ने चार चांद लगा दिया है. हर बार की तरह इस बार भी हरियाणा की स्पेशल जलेबी लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. ताज महोत्सव में हरियाणा के नरेश कुमार की मशहूर जलेबी की चर्चा है. चर्चा इसके साइज की वजह से है. इस जलेबी की खास बात यह है की मात्र एक पीस में एक पूरे परिवार का मुंह मीठा हो जाता है. लोग इसे जलेवी नही बल्कि जलेबा कहते है.एक पीस जलेबी को पांच आदमी का परिवार आराम से खा सकता है.
एक जलेबी का वजन 250 ग्राम
नरेश बताते है कि उनके दादा हरिश्चंद्र हलवाई ने 1952 में इस जलेबी बनाना शुरू किया था. आज हमारी तीसरी पीढ़ी है जो इस काम को कर रही है .वह ताज महोत्सव में बीते 15 सालों से जलेबी का स्टॉल लगाते है. इसके अलावा हरियाणा, गोवा, पंजाब तक हमारी जलेबी मशहूर है. नरेश के अनुसार हमारा अंदाज इतना हो गया है की हमें वजन करने की जरूरत नहीं पड़ती है. हमारी बनी जलेबी का वजन लगभग 250 ग्राम ही निकलता है1 किलो पर केवल चार पीस चढ़ते हैं. एक पीस में ही एक आदमी का पेट भर जाता है.
कैसे बनती है ये खास जलेबी?
नरेश कुमार के अनुसार हरियाणा की जलेबी भारत में नंबर वन मानी जाती है. इसे बनाने में मैदा, सूजी ,बेसन और देसी घी व चाशनी का इस्तेमाल होता है. यह शुद्ध बिना कैमिकल वाले कलर से बनती है. यह जलेबी शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाती है. इस जलेबी की खास बात यह है की मात्र एक पीस में एक पूरे परिवार का मुंह मीठा हो जाता है. काफी समय से हर बार स्टॉल लगने के कारण लोग इन्हें बड़े आर्डर भी देते हैं.
ग्राहक करते हैं ताज ताज महोत्सव का इंतजार
टूंडला से स्पेशल हरियाणा की मशहूर जलेबी खाने के लिए आए ग्राहक बताते हैं कि वह साल भर नरेश कुमार की जलेबी का इंतजार करते हैं . हर वर्ष ताज महोत्सव में घूमने के दौरान यहां जलेबी खाने आते हैं और दो लोग मिलकर भी एक जलेबी पूरी नहीं खा पाते हैं और घर के लिए ले जाते समय आधी उसमें पैक करवानी पड़ती है. 1 किलो जलेबी की कीमत ₹400 है वहीं एक छत्ता ₹100 का है.
ये नेता भी हैं ग्राहकों में शामिल
नरेश कुमार बताते हैं कि उनकी जलेबी का स्वाद पूर्व उप-प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर चख चुके हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 24, 2024, 08:11 IST