नई दिल्ली :
Type 3 Diabetes: टाइप 3 डायबिटीज, जिसे लेट-ऑनसेट ऑटोइम्यून डायबिटीज ऑफ एडल्ट्स (LADA) भी कहा जाता है, मधुमेह का एक प्रकार है जो धीरे-धीरे विकसित होता है. यह टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज से अलग है. टाइप 3 डायबिटीज एक विशेष प्रकार की डायबिटीज है जिसमें मस्तिष्क की कोशिकाओं को इंसुलिन के प्रभाव को प्राप्त करने में कठिनाई होती है. यह अल्जाइमर के रोग के रूप में भी जाना जाता है. इसमें इंसुलिन रेसिस्टेंस के कारण आमतौर पर मस्तिष्क की कोशिकाओं को इंसुलिन के उपयोग की क्षमता में कमी होती है. इसके परिणामस्वरूप, मस्तिष्क की कोशिकाओं को उपयोग नहीं किया जा सकता है और यह डायबिटीज के लक्षणों का कारण बनता है. टाइप 3 डायबिटीज के मुख्य लक्षण में मस्तिष्क की क्षमता में गिरावट, यादाश्य में कमी, और इंसुलिन रेसिस्टेंस की वृद्धि शामिल होती है. इसे बहुत अच्छी तरह से प्रबंधित किया जा सकता है और डायबिटीज के अन्य प्रकार की तरह उपचार के लिए चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए.
टाइप 3 डायबिटीज के लक्षण:
प्यास लगना: टाइप 3 डायबिटीज के रोगियों को अक्सर प्यास लगती है.
बार-बार पेशाब आना: टाइप 3 डायबिटीज के रोगियों को बार-बार पेशाब आता है, खासकर रात में.
थकान: टाइप 3 डायबिटीज के रोगियों को अक्सर थकान महसूस होती है.
धुंधली दृष्टि: टाइप 3 डायबिटीज के रोगियों को धुंधली दृष्टि हो सकती है.
वजन घटना: टाइप 3 डायबिटीज के रोगियों को भूख कम लगने और वजन घटना का अनुभव हो सकता है.
टाइप 3 डायबिटीज का कारण:
टाइप 3 डायबिटीज का कारण अभी पूरी तरह से समझा नहीं गया है. माना जाता है कि यह एक ऑटोइम्यून रोग है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपनी ही स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करती है. यह हमला इंसुलिन का उत्पादन करने वाली अग्न्याशय की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है.
टाइप 3 डायबिटीज का इलाज: टाइप 3 डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसे दवाओं और जीवनशैली में बदलाव से नियंत्रित किया जा सकता है.
दवाएं: टाइप 3 डायबिटीज के रोगियों को रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए दवाओं की आवश्यकता हो सकती है. इन दवाओं में इंसुलिन, मेटफॉर्मिन, सल्फोनीलुरिया और ग्लिटाज़ोन शामिल हैं.
जीवनशैली में बदलाव: टाइप 3 डायबिटीज के रोगियों को रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली में बदलाव करने की आवश्यकता होती है.
स्वस्थ भोजन: टाइप 3 डायबिटीज के रोगियों को स्वस्थ भोजन खाना चाहिए, जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज और दुबला प्रोटीन शामिल हैं.
नियमित व्यायाम: टाइप 3 डायबिटीज के रोगियों को नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए.
वजन कम करना: टाइप 3 डायबिटीज के रोगियों को यदि वे अधिक वजन वाले हैं तो उन्हें वजन कम करना चाहिए.
टाइप 3 डायबिटीज के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें भी जान लें. ये एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इसे दवाओं और जीवनशैली में बदलाव से नियंत्रित किया जा सकता है. टाइप 3 डायबिटीज के रोगियों को नियमित रूप से डॉक्टर से मिलना चाहिए. टाइप 3 डायबिटीज के रोगियों को रक्त शर्करा के स्तर की नियमित रूप से जांच करनी चाहिए.