नई दिल्ली: भारत की अंतराष्ट्रीय मंच पर फिर से सफतला दिखी. हरियाणा सरकार का मोस्ट वांटेड और भगोड़ा अपराधी को इंटरपोल (अंतराष्ट्रीय पुलिस) की मदद से यूएई में पकड़ा गया. शुक्रवार को उसको यूएई से उसे भारत प्रत्यर्पित किया जा रहा है. नरेंद्र सिंह नाम का अपराधी हरियाणा पुलिस को हत्या और दंगे के आरोप में वांटेड था. इसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था.
सिंह को 2009 में कोर्ट ने कई अपराधिक मामलों में दोषी ठहराया था और उसे आजीवन कारावास की सजा दी थी. भारत के अनुरोध के बाद इंटरपोल ने पिछले साल 7 नवंबर को उसके खिलाफ ‘रेड कॉर्नर नोटिस’ जारी किया था. उसके बाद सिंह की छिपे लोकेशन का पता लगाने के लिए सभी इंटरपोल सदस्य देशों को रेड नोटिस को भेजा गया था.
केंद्रीय एजेंसी ने बताया कि इंटरपोल के जरिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इंटरपोल की इनपुट को फॉलो करते हुए उसके संयुक्त अरब अमीरात में छिपे होने वाले ठिकाने का पता लगाया. जियो-लोकेट करने का मतलब डेटा संग्रह तंत्र के आधार पर किसी व्यक्ति की भौगोलिक (करेंट लोकेशन) स्थिति की पहचान करना.
सीबीआई के ग्लोबल ऑपरेशंस सेंटर ने उसके प्रत्यर्पण को सुरक्षित करने के लिए अबू धाबी में अपने राष्ट्रीय केंद्रीय इंटरपोल ब्यूरो, भारतीय दूतावास, विदेश मंत्रालय और हरियाणा पुलिस के साथ समन्वय किया. सीबीआई ने कहा, ‘हरियाणा पुलिस की एसटीएफ से सुरक्षा जानकारी लेने के बाद रेड नोटिस के तहत आज संयुक्त अरब अमीरात से भारत भेजा जा रहा है.’
सीबीआई इंटरपोल के लिए राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के रूप में कार्य करती है और सहायता के लिए देश की सभी स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वय करती है. केंद्रीय एजेंसी ने 2023 में लगभग 100 रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए और भारत में वांछित 29 भगोड़ों को प्रत्यर्पित किया.
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FIRST PUBLISHED : February 16, 2024, 16:18 IST