नई दिल्ली. समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी के रुख की आलोचना करने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा और कहा कि वे कुरान पढ़ते हैं, लेकिन संविधान नहीं. हिन्दुस्तान टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने एक न्यूज डिबेट में कहा, ‘अगर ओवेसी की डिग्री फर्जी नहीं है, तो सबसे पहले उन्हें विधि आयोग को 14 जुलाई तक अपनी सलाह देनी चाहिए.’ भाजपा नेता ने कहा, ‘जो लोग यूसीसी की आलोचना कर रहे हैं, उन्हें आयोग को अपने सुझाव देने चाहिए.’
यूसीसी की आलोचना करने को लेकर भाजपा ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा और कहा कि यह संविधान में राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत के तौर पर है और इस संबंध में उच्चतम न्यायालय का भी ‘फैसला’ है. विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा, ‘यह (यूसीसी) हमारे संविधान में लिखा है. संविधान के अनुच्छेद 44 में, इसे राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत के रूप में उल्लेख किया गया है. इस संबंध में उच्चतम न्यायालय का भी फैसला है.’
उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए. कोई विसंगति नहीं होनी चाहिए. न्याय का अधिकार सभी के लिए सुनिश्चित किया जाना चाहिए, जिसमें वे लोग भी शामिल हैं जो समाज में शोषित, वंचित और उत्पीड़ित हैं. समाज में समानता होनी चाहिए.’ विपक्षी दलों द्वारा भाजपा पर पसमांदा मुस्लिम समुदाय को लुभाकर मुसलमानों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश करने का आरोप लगाए जाने पर यादव ने कहा कि उन्हें समाज के शोषित, वंचित और उत्पीड़ित वर्गों के लोगों के लिए कुछ नहीं करने पर शर्म आनी चाहिए.
भाजपा नेता ने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कि पिछड़े वर्गों में अत्यंत पिछड़े वर्ग हैं और जो लोग उनके नाम पर वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं, उन्होंने उन पर कभी ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा, ‘जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा शोषितों एवं वंचितों के जीवन को बदलने का प्रयास कर रही है तो इससे विपक्ष को परेशानी क्यों होती है?’ उन्होंने कहा, ‘उन्हें (विपक्षी दलों को) शर्म आनी चाहिए क्योंकि उन्होंने ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के लिए कभी कुछ नहीं किया. पसमांदा समुदाय भी ओबीसी के अंतर्गत आता है. लंबे समय से पसमांदा समुदाय की अनदेखी की जा रही है.’
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान समान नागरिक संहिता की जोरदार वकालत करते हुए कहा कि संविधान में भी सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार होने का उल्लेख है. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भाजपा ने फैसला किया है कि वह तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति का रास्ता नहीं अपनाएगी. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष समान नागरिक संहिता के मुद्दे का इस्तेमाल मुस्लिम समुदाय को गुमराह करने और भड़काने के लिए कर रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि पसमांदा मुस्लिम पिछड़े हैं, लेकिन वोट बैंक की राजनीति के कारण उनके साथ समान व्यवहार भी नहीं किया जाता है.
(इनपुट पीटीआई से भी)
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Tags: Asaduddin owaisi, BJP, Uniform Civil Code
FIRST PUBLISHED : June 28, 2023, 07:22 IST