University Exam Scam : विश्वविद्यालयों में परीक्षा संचालन की जिम्मेदारी देने पर कम्पनी से कमीशन लेने के आरोप में फंसे सीएसजीएमयू के कुलपति विनय पाठक के मामले में सीबीआई की जांच कई बिन्दुओं पर होगी। दावा किया जा रहा है कि अगर सीबीआई इस मामले को ले लेती है तो छह विश्वविद्यालयों से मिले दस्तावेजों की जांच सीबीआई नये सिरे से करेगी। एसटीएफ ने इस मामले में अब तक की जांच में विनय पाठक के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराएं बढ़ा दी थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ ने अपने पास कई साक्ष्य होने का भी दावा किया है।
इंदिरा नगर थाने में डेविड मारियो ने 26 अक्टूबर को रिपोर्ट दर्ज करायी थी कि आगरा की डॉ. भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी में प्री व पोस्ट परीक्षा का संचालन करने की जिम्मेदारी देने के लिये विनय पाठक और उनके करीबी अजय मिश्र ने कमीशन मांगा था। कमीशन न देने पर उनसे बाद में परीक्षा की जिम्मेदारी ले ली गई थी। इसमें अजय मिश्र, अजय जैन और संतोष कुमार को गिरफ्तार किया जा चुका है। विनय पाठक जांच में कई साक्ष्य मिलने के बाद एसटीएफ के सामने ही नहीं आये। नोटिस मिलने के बाद भी वह बयान देने एसटीएफ मुख्यालय नहीं पहुंचे।
छह विश्वविद्यालयों से जुटाये गये थे सुबूत
एसटीएफ ने लखनऊ यूनिवर्सिटी, कानपुर यूनिवर्सिटी, आगरा यूनिवर्सिटी, ख्वाजा मोइनुद्दीन यूनिवर्सिटी और एकेटीयू में कई दिन लगातार पूछताछ कर सुबूत जुटाये थे। कई वैज्ञानिक साक्ष्य एसटीएफ ने जुटाये थे। विनय पाठक के कई करीबियों ने एसटीएफ को उलझाने की कोशिश भी की थी लेकिन कुछ कर्मचारियों ने एसटीएफ से मुखबिरी कर कई साक्ष्य उपलब्ध करा दिये थे।
सीबीआई कब जांच शुरू करेगी, यह संशय में
विनय पाठक के खिलाफ सुबूत देने में मदद करने वाले कर्मचारियों में यह चर्चा रही कि सीबीआई कब जांच शुरू करेगी। इस मामले में एसटीएफ ने कई तथ्य जुटा लिये थे। इससे पहले आयुष दाखिला फर्जीवाड़े की जांच में एसटीएफ ने 14 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले में भी प्रदेश सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी लेकिन सीबीआई ने यह जांच नहीं ली थी। अभी तक इस मामले में जांच एसटीएफ ही कर रही है।
इन बिंदुओं पर हुई थी जांच:
0 100 करोड़ से ज्यादा का खेल नियुक्तियों में हुआ
0 विवि में कई तरह के निर्माण के नाम पर गोलमाल हुआ
0 प्रमोशन देने में नियमों को ताक पर रखा गया
0 प्री व पोस्ट परीक्षा के संचालन का जिम्मा देने में खेल
0 करीबी अजय मिश्र की प्रिन्टिंग प्रेस में नियम विपरीत पर्चे छपवाये गये
0 ट्रांसपोर्ट से करोड़ों के माल की डिलिवरी को लेकर हुआ फर्जीवाड़ा