वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा में केवल एक पुलिस फोर्स तैनात करने संबंधी प्रस्ताव को मंदिर की स्थायी सुरक्षा समिति ने हरी झंडी दे दी है। सीआईएसएफ की ओर से तैयार सुरक्षा प्लान में ज्यादा से ज्यादा तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार शासन की स्वीकृति के बाद प्रस्ताव लागू कर दिया जाएगा। इससे नये वर्ष में विश्वनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था में परिवर्तन की उम्मीद है।
आयुक्त सभागार में शुक्रवार को एडीजी सुरक्षा विनोद कुमार सिंह की अध्यक्षता में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में बैठक हुई। सीआईएसएफ के कमांडेंट अजय कुमार सिंह ने धाम की नई सुरक्षा प्लान का प्रजेंटेशन दिया। उन्होंने सभी गेटों से प्रवेश, निकास, भीड़ प्रबंधन आदि के बारे में प्रस्तुति दी। प्रस्ताव में सुरक्षा के लिए ज्यादा से ज्यादा तकनीकी के प्रयोग और सुगम दर्शन के लिए दर्शनार्थियों को सुविधाएं मुहैया कराने पर जोर है। मुख्य परिसर में सुरक्षाबलों की अधिकता की जगह सामान्य व्यवस्था कराने पर भी जोर दिया गया है।
बसों में सफर करने पर खुले पैसे की समस्या खत्म, कानपुर रोडवेज बसों में करें क्यूआर कोड से भुगतान
बैठक में पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन, मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा, डीएम एस. राजलिंगम, एडिशनल सीपी संतोष कुमार सिंह, डीसीपी सुरक्षा सूर्यकांत त्रिपाठी, मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. सुनील कुमार वर्मा, एडीएम प्रोटोकॉल बच्चू सिंह सहित आदि अधिकारी मौजूद रहे।
एडीजी सुरक्षा ने परखी धाम की सुरक्षा
एडीजी सुरक्षा विनोद कुमार सिंह ने शुक्रवार को काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था भी परखी। वह करीब 11 बजे धाम पहुंचे। पहले बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन किया, फिर सुरक्षा प्रबंधों का निरीक्षण करने निकले। इस दौरान धाम में सुरक्षा व दर्शन-पूजन की व्यवस्था काफी चुस्त दिखी। एडीजी ने प्रवेश द्वार से लेकर गंगा घाट तक सभी बिंदुओं को जांचा और सीआईएसएफ की ओर से प्रस्तावित सुरक्षा प्लान को धरातल पर उतारने से पूर्व की तैयारी जानी। एडीजी ने पूर्व की तुलना में वर्तमान व्यवस्था जानी। वह एक-एक भवन में भी गए। करीब घंटेभर निरीक्षण किया।