Monday, July 8, 2024
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UP की इस लड़की के पास था IAS ऑफिसर बनने का मौका, चुना IFS, जानें- क्यों?


UPSC success story: यूपीएससी सिविल सेर्विस परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। इस परीक्षा की तैयारी करना लोहे के चने चबाने जैसा है। उम्मीदवारों को आईएएस, आईपीएस और आईएफएस बनने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। ज्यादातर उम्मीदवार ग्रेजुएशन के बाद इस परीक्षा में बैठते हैं और 2 से 3 अटेम्प्ट के बाद इसमें सफल हो पाते हैं। वहीं, सीमित सीटें होने के कारण केवल कुछ ही आईएएस ऑफिसर बन पाते हैं।

हालांकि, ऐसे कुछ उम्मीदवार हैं जो अच्छी रैंक पाने के बावजूद IAS (इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस) के बजाय IFS (इंडियन फॉरेन सर्विस) को चुनते हैं।

ऐसी ऐसी ही एक शख्स हैं विदुषी सिंह, जिन्होंने ऑल इंडिया रैंक  13 के साथ UPSC CSE 2022 में सफलता हासिल की है। ​​वह अयोध्या, उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखती हैं,  लेकिन उनका जन्म राजस्थान के जोधपुर में हुआ था।

विदुषी ने यहां से की थी पढ़ाई

विदुषी ने 21 साल की उम्र में अपने पहले प्रयास में हाई-प्रोफाइल परीक्षा पास कर ली थी। विदुषी ने सिविल सेवा परीक्षा के लिए कोई कोचिंग नहीं ली। उन्होंने साल 2020 में ग्रेजुएट लेवल की पढ़ाई के दौरान यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी। उन्होंने साल 2021 में दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC) से बीए ऑनर्स (इकोनॉमिक्स) में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी।

जब वह ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान, तब उन्होंने  NCERT और अन्य बेसिक किताबें पढ़ी। इन किताबों को पढ़कर उनकी बेसिक नॉलेज काफी मजबूत हो गई थी। विदुषी जानती थी कि यूपीएससी की परीक्षा में बेसिक नॉलेज का होना बहुत जरूरी है, इसलिए उन्होंने इन किताबों से मदद ली। इसके बाद उन्हें एहसास हुआ कि उन्हें कोचिंग की जरूरत नहीं है और पूरा ध्यान सेल्फ स्टडी पर दिया।

उन्होंने केवल जून 2021 से दिसंबर 2021 तक कई टेस्ट सीरीज और मॉक के लिए एनरोलमेंट किया था। ताकि इनसे यूपीएससी की तैयारी कर सके।

उन्होंने यूपीएससी सीएसई 2022 परीक्षा दी और फाइनल लिस्ट में 1039 अंकों के साथ सफल हुईं। इंटरव्यू राउंड में उन्हें 275 में से 184  मार्क्स मिले थे। बता दें, इस परीक्षा में उनका ऑप्शनल सब्जेक्ट इकोनॉमिक्स था। बता दें, इस बार उन्होंने 13वीं रैंक हासिल की थी।

क्यों चुना था IFS का ऑप्शन

विदुषी ने कहा, मेरी शुरुआत से मेरा इंटरेस्ट इंटरनेशनल अफेयर में काफी रहा है। बचपन से ही मैं एटलस के साथ खेलती रहती थी। जिसके बाद मेरा इंटरेस्ट धीरे- धीरे इंटरनेशनल अफेयर में बढ़ता चला गया। फिर जब कॉलेज में इकोनॉमिक्स ली थी और ज्यादा समझ में आया कि भारत में IFS अधिकारी के लिए कितने सारे काम करने के मौके हैं। वहीं उन्होंने कहा, फॉरेन पॉलिसी में काफी ऐसी बातें, जिनकी मदद से जमीनी स्तर पर डेवलपमेंट लाया जा सकता है।

विदुषी का मानना ​​है कि सफलता मुख्य रूप से किस्मत के बजाय कड़ी मेहनत का नतीजा है।  उन्होंने अपनी किस्मत खुद बनाने के लिए मेहनत करने पर जोर दिया है।

 



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