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अलीगढ़ में 32 साल से लूट-हत्या में फरार 25 हजार के इनामी अपराधी को गभाना पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया। आरोपी गांव में होली खेलने आया था। मडराक के चालक और परिचालक की हत्या कर उसने गाड़ी लूटी थी। जमानत पर छूटने के बाद फरार हो गया था और दिल्ली में 32 साल तक पहचान छिपाकर राजमिस्त्री का काम करते हुए वहां रह रहा था।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि एक अप्रैल 1991 को रामपाल पुत्र पूरन सिंह निवासी एसी पला, मडराक और हरदयान पुत्र बेनी प्रसाद निवासी सूरतगढ़, अतरौली की हत्या कर गाड़ी लूटी थी। गभाना थाना क्षेत्र के रायपुर गांव में यह वारदात हुई थी। अमर पाल सिंह निवासी कन्होई, गभाना की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ था। इस वारदात में तीन नाम प्रकाश में आए थे, तीनों को जेल भेज दिया था, जिनमें से रामेश्वर पुत्र किशनलाल निवासी नगला पीपल, गोंडा जमानत पर छूटने के बाद फरार हो गया था। पुलिस इसकी तलाश में थी।
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इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस व मुखबिरी के आधार पर 32 साल से फरार रामेश्वर को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह अपना घर छोड़कर पहचान छुपाकर दिल्ली में राजमिस्त्रत्त्ी का कार्य करता था। परिवार वालों से कोई संपर्क नहीं रख रहा था। अब होली पर चोरी छिपे परिवार से मिलने आया था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रामेश्वर को खैर सोमना रोड से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी करने वाली टीम में सीओ गभाना सुमन कन्नोजिया, इंस्पेक्टर गभाना आदेशपाल, एसआई अनीस अहमद, कांस्टेबल प्रवीन कुमार, शिव कुमार शामिल रहे।