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UP Board 10th, 12th Exam 2023 : योगी सरकार के स्टूडेंट फ्रेंडली प्रयासों ने यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा दे रहे छात्र-छात्राओं में शिक्षा के प्रति रुझान बढ़ाया है। यही कारण है कि पिछले साल की तुलना में परीक्षार्थियों की संख्या में तकरीबन सात लाख का इजाफा होने के बावजूद परीक्षा छोड़ने वाले बच्चों की संख्या में कमी आई है। गुरुवार को शुरू हुई बोर्ड परीक्षा के पहले दिन 4,02,054 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। वहीं पिछले साल 24 मार्च को 10वीं-12वीं की परीक्षा के पहले दिन 4,34,404 परीक्षार्थी गैरहाजिर थे।
2023 में हाईस्कूल व इंटर में 58,85,745 विद्यार्थी पंजीकृत हैं जबकि 2023 में 51,92,616 बच्चों ने पंजीकरण कराया था। स्पष्ट है कि परीक्षार्थियों की संख्या में 6,93,129 की वृद्धि होने के बावजूद परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या में 32 हजार से अधिक की कमी आई है। 2017 में प्रदेश में भाजपा की सरकार आने पर भी कुछ ऐसे ही हालात बने थे। 2017 में 10वीं-12वीं के लिए पंजीकृत 60,56,003 परीक्षार्थियों में से 5,35,494 ने परीक्षा छोड़ दी थी।
बेहतरी के लिए किए गए प्रयास:
-परीक्षार्थियों के लिए वेबसाइट पर जारी किया मॉडल पेपर
-अच्छे अंक लाने के लिए पहली बार विषयवार विशेषज्ञों के टिप्स दिए
-सत्र के शुरूआत में माहवार शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया
-कोरोना प्रभावित बच्चों के लिए पाठ्यक्रम 70 फीसदी ही रखा
-कई स्तर पर सत्यापन के जरिए फर्जी छात्रों की संख्या पर लगाम
-पहली बार अंतिम समय में फर्जी छात्रों के परीक्षा में शामिल होने पर रोक
अन्य बोर्ड में नहीं है ऐसे हालात:
यूपी के अलावा दूसरे राज्यों में बोर्ड परीक्षा छोड़ने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या इतनी अधिक नहीं है। 2023 में राजस्थान बोर्ड में 10वीं-12वीं के लिए पंजीकृत 20,04,249 परीक्षार्थियों में से 47734 गैरहाजिर थे। वहीं मध्य प्रदेश बोर्ड में 2023 में 10वीं-12वीं के लिए पंजीकृत 17,78,754 छात्र-छात्राओं में से 51176 अनुपस्थित थे।