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शिक्षित युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। मैनपुरी में रविवार को महिला सशक्तीकरण के तहत लघु एवं ग्रह उद्योग प्रशिक्षण एवं स्वरोजगार कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। जिला उद्योग केंद्र के उपायुक्त उत्कर्ष चंद्र ने नगला पजाबा कुरावली रोड स्थित फाउंडेशन के प्रधान कार्यालय पर कार्यक्रम प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ किया।आजाद फाउंडेशन एवं बांकेबिहारी रवि नारायण फाउंडेशन के बैनरतले युवाओं के आर्थिक विकास के लिए प्रशिक्षण और उत्पादन के कार्यक्रम किए जाएंगे ताकि उन्हें स्थानीय स्तर पर ही रोजगार के अवसर मिल सकें।
फाउंडेशन के स्टेट कोआर्डिनेटर चेतन कुमार द्विवेदी ने जानकारी दी कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में बेरोजगार महिलाओं, पुरुषों को धूपबत्ती, अगरबत्ती, पापड़, मसाले, हस्तशिल्प, सिलाई कढ़ाई, चॉकलेट, पेपर कप, प्लेट, टूथब्रश, बिस्किट, नमकीन, आचार, कुकीज, चप्पल, सैंडल, पर्स, साबुन आदि बनाने का प्रशिक्षण मिलेग और उत्पादन के लिए बिक्री के प्रबंध किए जाएंगे। प्रशिक्षण बेरोजगारों को प्रमाण पत्र भी मिलेंगे।
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अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन करें
उपायुक्त उत्कर्ष चंद्र ने बताया कि एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण योजना सहायता के चालू वित्तीय वर्ष में जरी जरदोजी, तारकशी, वस्त्रत्त् सिलाई एवं कड़ाई में अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं। इसके लिए आवेदक अपने शैक्षिक प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, फोटो, परियोजना की रिपोर्ट अपलोड करेगा। इस संबंध में उद्योग केंद्र कार्यालय पर जानकारी ली जा सकती है।
गृह उद्योग विकास एवं स्वरोजगार प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना का उद्देश्य बरोजगार युवाओं, कामकाजी महिलाओं, छोटे किसानों आदिवासियों एवं दलित एवं अल्पसंख्यक वर्ग की पहचान, प्रशिक्षण,उनको प्रेरित तथा उनकी मदद करना है ताकि वह स्व-रोजगार कर सकें। यह मॉडल प्रभावी स्व-रोजगार से दीर्घकालिक आजीविका का सृजन होता है।
लघु और कुटीर उद्योगों के लिए लोन भी दिया जा जाता है। इसके लिए एक लाख का लोन मिलता है जिससे कारीगर अपने घर और दुकान पर ही कुटीर उद्योग को चला सकते हैं। राष्ट्रीयकृत स्थानीय बैंक से कर्ज मिल जाएगा। लाभांश के तौर पर मिलने वाली धनराशि से ऋण की अदायगी की जा सकेगी।
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