UP Police Constable Exam 2024: लखनऊ में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड 17 और 18 फरवरी को पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा आयोजित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। पुलिस भर्ती बोर्ड की डीजी रेणुका मिश्रा ने आगामी भर्ती अभियान को भर्ती का “महाकुंभ” बताया है, क्योंकि 60244 कांस्टेबल रिक्तियों के लिए 48 लाख उम्मीदवारों से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। बता दें, उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यर्थी दुनिया भर के 110 देशों जैसे सिंगापुर और न्यूजीलैंड की कुल जनसंख्या के बराबर होंगे। 60244 कांस्टेबल पदों की भर्ती के लिए कुल 48,17,441 उम्मीदवार परीक्षा में शामिल होंगे। इन उम्मीदवारों में 15,48,969 महिलाएं हैं। परीक्षा के लिए राज्य के सभी 75 जिलों में 2385 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। दो दिनों में कुल 4 शिफ्ट में परीक्षा आयजित की जाएगी। प्रत्येक शिफ्ट में 12,4360 उम्मीदवार परीक्षा में भाग लेंगे।
अन्य राज्यों से 6 लाख से अधिक उम्मीदवारों के परीक्षा में भाग लेने की उम्मीद है। स्टेट वाइज डिटेल्स नीचे दी गई है।
बिहार: सबसे ज्यादा 2,67,305 उम्मीदवार
हरियाणा: 74,769 उम्मीदवार
झारखंड: 17,112 उम्मीदवार
मध्य प्रदेश: 98,400 उम्मीदवार
दिल्ली: 42,259 उम्मीदवार
राजस्थान: 97,277 उम्मीदवार
पश्चिम बंगाल: 5,512 उम्मीदवार
महाराष्ट्र: 3,151 उम्मीदवार
पंजाब: 3,404 उम्मीदवार
आपको बता दें, उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और दमन और दीव सहित जम्मू और कश्मीर से लक्षद्वीप तक फैले क्षेत्रों के उम्मीदवार भाग लेंगे।
नकल रोकने के लिए हो रही है ये तैयारी
सुरक्षा उपायों के तहत, प्रत्येक परीक्षा केंद्र के प्रवेश द्वार से लेकर हर कमरे में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर लगे सीसीटीवी कैमरों की निगरानी जिला स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष के माध्यम से की जाएगी। लखनऊ मुख्यालय से दो कंट्रोल रूम बनाकर भी परीक्षा की निगरानी की जाएगी। प्रत्येक परीक्षा केंद्र के प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे भर्ती बोर्ड के अधिकारी वास्तविक समय पर निगरानी कर सकेंगे। इससे परीक्षा केंद्र पर उम्मीदवारों के प्रवेश की शुरुआत और गेट बंद होने पर नज़र रखने में सुविधा होगी। परीक्षा केंद्र पर परीक्षा से 72 घंटे पहले भर्ती बोर्ड द्वारा स्थापित नियंत्रण कक्ष से निरंतर निगरानी की जा रही है। परीक्षा केंद्र 24 घंटे लगातार पुलिस निगरानी में है।
इसी के साथ साथ ही, 12 उम्मीदवारों के प्रत्येक ग्रुप के लिए एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया जाएगा। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर, कर्मियों की तैनाती समान रूप से विभाजित की जाएगी, जिसमें 50 प्रतिशत जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त किया जाएगा और शेष 50 प्रतिशत केंद्र प्रमुख द्वारा नियुक्त किया जाएगा। परीक्षा केंद्र पर बायोमेट्रिक, फेशियल रिकोनाइजेशन, आधार ऑथेंटिकेशन और आईरिस स्कैनिंग की जाएगी।
परीक्षा केंद्र में कोई भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स ले जाना वर्जित है। इसके अलावा, भर्ती बोर्ड ने ब्लूटूथ या किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के उपयोग को रोकने के लिए प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर जैमर लगाए हैं। भर्ती बोर्ड को प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर आयोजित स्कैनिंग से वास्तविक समय डेटा प्राप्त होगा। इसके अलावा, बोर्ड अपने डेटाबेस के साथ संदिग्ध उम्मीदवारों को क्रॉस-रेफरेंस करेगा और फिर परीक्षा केंद्र को सूचित करेगा। इस बीच अब तक हुई सभी विभागों की परीक्षाओं में पकड़े गए सॉल्वर गैंग के एक-एक अभ्यर्थी का डाटाबेस तैयार कर जिला पुलिस को भेज दिया गया है। साथ ही, पुलिस सॉल्वर गिरोहों पर नजर रख रही है। प्रत्येक केंद्र पर एक-एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है, जबकि तीन केंद्रों की निगरानी के लिए एक-एक सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है।
बनाया जाएगा ग्रीन कॉरिडोर
पुलिस सुरक्षा के तहत परीक्षा सामग्री के परिवहन की सुविधा के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा, ताकि परीक्षा सामग्री निर्धारित केंद्र तक सुरक्षित रूप से पहुंच जाए, साथ ही पुलिस द्वारा मार्ग पर यातायात भी साफ कर दिया जाए।
200 मीटर तक मोबाइल नहीं करेंगे काम
परीक्षा को लेकर जिले को जोनल तथा मजिस्ट्रेट जोन में बांट दिया गया है। सभी जोनल मजिस्ट्रेट तथा अधिकारियों से प्रत्येक बिंदुओं पर गहनता से मंथन किया गया। नकल विहीन परीक्षा के लिए की गई तैयारियों को प्रत्येक अधिकारी से पूछा गया। जहां पर भी कुछ अलग दिखाई दिया वहीं पर सख्ती के लिए नए प्वाइंट बताए गए। सभी परीक्षा केंद्रों के पास जैमर लगाए जाने पर भी पूरी गहनता से जानकारी की गई। जिसके चलते केंद्रों के पास कोई मोबाइल काम नहीं कर पाएगा।