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UP Police Constable Paper Leak: एसटीएफ ने यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के मामले में बिहार निवासी डॉक्टर शुभम मंडल को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी से पिछले 48 घंटे से पूछताछ की जा रही थी। आरोपी ने खुलासा किया है कि वह पांच और आठ फरवरी को पटना से फ्लाइट लेकर अहमदाबाद पहुंचा था और इसके बाद टीसीआई कंपनी के दो कर्मचारियों की मदद से कंपनी के वेयरहाउस में पहुंचा था। यहां आरोपी ने पेचकस और प्लास की मदद से सील बंद बक्सों को खोलकर उसमें से पेपर निकाला और इन्हें मोबाइल की मदद से स्कैन कर लिया था। इस काम के लिए रवि अत्री और राजीव नयन मिश्रा से 20 लाख रुपये में डील की थी।
यूपी एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक प्रकरण में गाजियाबाद से गुरुवार को चार आरोपियों को हिरासत में लिया था। इनमें से शुक्रवार को टीसीआई कंपनी के दो कर्मचारियों शिवम गिरी, रोहित कुमार पांडेय और एक पूर्व कर्मी अभिषेक कुमार शुक्ला की गिरफ्तारी की थी। वहीं डॉक्टर शुभम मंडल को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। गिरोह के सरगना रवि अत्री निवासी गौतमबुद्धनगर, राजीव नयन मिश्रा समेत अंकित मिश्रा निवासीगण प्रयागराज, दिल्ली पुलिस के हवलदार विक्रम पहल निवासी हरियाणा और कुछ अन्य लोगों को फरार दिखाया है।
एसटीएफ ने खुलासा किया था कि अहमदाबाद की प्रेस में यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए पेपर छापे गए थे। इन पेपर को यूपी तक लाने के लिए टीसीआई कंपनी को जिम्मेदारी दी गई थी। पेपर छापे जाने के बाद इन्हें बक्सों में बंद कर सील लगाकर कंपनी के अहमदाबाद स्थित वेयरहाउस में रखवाया गया था। इस बात की सूचना शिवम गिरी और रोहित पांडेय ने अभिषेक को दी थी।
पेपर निकालने के लिए 20 लाख रुपये देने का वादा किया था:
एसटीएफ ने शनिवार को डॉ. शुभम मंडल निवासी मंडल हाउस, आदर्श कॉलोनी, बगौल पटना बिहार को शनिवार को गिरफ्तार दिखा दिया। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसे यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर निकालने के लिए 20 लाख रुपये देने का वादा रवि अत्री ने किया था। पांच फरवरी को उसे हवाई जहाज से पटना से अहमदाबाद बुलाया गया था। इसके बाद रवि अत्री, राजीव और बाकी आरोपियों के साथ वह अहमदाबाद के नरोडा चिलोडा में दशमेश होटल में रुके थे। पांच फरवरी को उसे शिवम और रोहित ने वेयरहाउस में एंट्री कराई।