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यूपी पुलिस भर्ती के लिए आवेदन की कल आखिरी तारीख है। ऐसे में कई उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनके जाति प्रमाण पत्र बनवाने को लेकर परेशान हैं। यही वजह है कि ऐसे कई लोगों की आवेदन प्रक्रिया पूरी नहं हो पाई है, इसलिए ये लोग पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए आवेदन की तारीख आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। इन लोगों के लिए इतनी जल्दी प्रमाण पत्र बनवाना या फिर आवेदन पूरा करना मुश्किल लग रहा है। मऊ के मुधबन की गोंड़ जाति के लोगों के जाति प्रमाणपत्र निर्गत करने में शीथिलता को लेकर गोंड़ जाति के लोग आए दिन तहसील व जिला मुख्यालय पर जाकर अपनी आवाज उठा रहे हैं, लेकिन अबतक इनको कोई समुचित समाधान नहीं मिल पा रहा है।
घोसी नवनिर्माण मंच के संस्थापक बद्रीनाथ भटिया ने समर्थकों के साथ गांव-गांव जाकर इस समाज की समस्याओं को सुना। कहा कि यूपी पुलिस की भर्ती की अंतिम तिथि 16 जनवरी है, लेकिन इस तिथि तक ढेर सारे गोंड़ समाज के बच्चों का जाति प्रमाणपत्र बन पाने की संभावना काफी कम है। इसलिए इनको और समय दिया जाए, ताकि इनको अपना जाति प्रमाणपत्र बनवाने का मौका मिल सके।
देश के कई राज्यों में एसटी व एससी का प्रमाणपत्र बनवाकर मीणा, आंध्र प्रदेश में माला, मादिगा ने बड़ी तरक्की पाई। नौकरियों में बादशाहत हासिल की, लेकिन गोंड़ समाज पिछड़ा रहा गया। इनकी आवाज अब भी सही तरीके से सरकार तक नहीं पहुंच पा रही है और ये अपने जाति प्रमाणपत्र को बनवाने के लिए दर-दर की ठोकर खाने को बिवस हैं। मौके पर श्रवण गोड़, सुरेश गोंड़, आनंद, महंगी आदि रहे।
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