यूपी पुलिस की लिखित भर्ती परीक्षा रविवार को संपन्न हुई। दो दिन चली परीक्षा में कुल 76,032 परीक्षार्थी पंजीकृत रहे, जिनमें से 3662 ने परीक्षा छोड़ दी। कुल 72,370 परीक्षार्थी पुलिस बनने का सपना लेकर परीक्षा में शामिल हुए। सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे। शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न होने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली।
यूपी पुलिस लिखित भर्ती परीक्षा के लिए जिले में कुल 35 केंद्र पर 76,032 परीक्षार्थी पंजीकृत रहे। शनिवार और रविवार को दो-दो पालियों में यह परीक्षा हुई। रविवार को परीक्षा का दूसरा दिन रहा। सुबह कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच परीक्षा शुरू हुई। केंद्रों के बाहर परीक्षार्थियों की भीड़ दिखी, जिसे व्यवस्थित रखने में पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। दो पालियों में 38,016 परीक्षार्थी पंजीकृत रहे, जिनमें 35,642 ने परीक्षा दी्र जबकि 2374 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। दोनों दिन की बात करें तो पहले दिन परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों की संख्या अधिक रही। दूसरे दिन परीक्षा छोड़ने वालों का आंकड़ा पहले दिन की तुलना में लगभग दोगुना 2374 रहा। पूरे दिन एडीजी जोन ध्रुव कांत ठाकुर, आईजी रेंज नचिकेता झा, एसएसपी व नोडल अधिकारी रोहित सिंह सजवाण स्थिति पर नजर बनाए रहे। एसपी ट्रैफिक/सहायक नोडल अधिकारी राघवेंद्र कुमार मिश्र ने परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था को परखा।
दो दिन की यह रही स्थिति –
दिनांक पाली पंजीकृत उपस्थित अनुपस्थित
17 फरवरी प्रथम 19008 18423 585
17 फरवरी द्वितीय 19008 18305 703
18 फरवरी प्रथम 19008 18145 863
18 फरवरी द्वितीय 19008 17497 1511
वर्जन –यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा रविवार को शांतिपूर्ण संपन्न हो गई। जिले में 76032 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, जिनमें से 72,370 परीक्षा में शामिल रहे। करीब 3662 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। सबकुछ सामान्य रहा। सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे। स्टेटिक व सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्रों में सजग रहे – रोहित सिंह सजवाण, नोडल अधिकारी, यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा।
बागपत से गायब हो गई उम्मीदवारों की घड़ी और ज्वेलरी
परीक्षा केंद्रों पर सभी अभ्यर्थियों को पहले ही निर्देशित किया जा रहा था कि किसी तरह की ज्वेलरी, इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल डिवाइस लेकर न आए। इसके बावजूद अभ्यर्थी ये सब लेकर पहुँचे। कुछ अभ्यर्थी तो ऐसे भी थे जो गले में चेन, हाथों में कड़े, स्मार्ट वॉच पहनना नहीं भूले, लेकिन साथ में आईडी प्रूफ लाना भूल गए। फिर तो परेशानी खड़ी होनी ही थी। ज्वेलरी समेत दूसरे सामान को सुरक्षित कहीं रखने में पूरी जद्दोजहद करनी पड़ी, आईडी मंगाने को काफी मेहनत करनी पड़ी। एक महिला अभ्यर्थी सरिता ने बताया कि उसने अपने कानों की बालियां जेवी इंटर कॉलेज केंद्र के बाहर खड़े दो युवकों को दिए थे, लेकिन वे उसकी बालियां लेकर चंपत हो गए। उनकी काफी तलाश भी की गई, लेकिन वे नहीं मिले। पुलिस को भी इस सम्बंध में अवगत कराया गया जिसके बाद पुलिस भी ऐसे युवकों की तलाश में जुट गई। वहीं अधिकांश अभ्यर्थियों का सामान भी केंद्र के बाहर से गायब मिला। किसी के हाथों के कड़े, अंगूठी, बेल्ट तक गायब मिली।