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यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में पुलिस ने सॉल्वर समेत 25 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें कई सॉल्वर दूसरे की जगह पर परीक्षा देने पहुंचे थे। सॉल्वर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई हो चुकी है, लेकिन सॉल्वर की मदद लेने वाले अभ्यर्थी फरार हैं। जुगाड़ लगाकर सरकारी नौकरी की चाहत रखने वाले इन आरोपियों की पुलिस ने तलाश तेज कर दी है। पुलिस का कहना है कि उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस रिकॉर्ड की मानें तो एयरपोर्ट पुलिस ने दूसरे की जगह परीक्षा देने के आरोप में बिहार के सॉल्वर अमित को गिरफ्तार किया था। वह मलाकाखुर्द निवासी रोहित यादव की जगह परीक्षा देने पहुंचा था। रोहित का पता नहीं चला। इसी तरह मलाक हरहर के रूपचंद्र ने अपनी जगह परीक्षा देने के लिए बिहार के सॉल्वर अभिमन्यु यादव को भेजा था।
अभिमन्यु को शिवकुटी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, लेकिन रूपचंद्र पकड़ा नहीं गया। इसी तरह मऊआइमा में सुरेंद्र कुमार ने अपनी जगह मिर्जापुर के सॉल्वर संजीव को परीक्षा के लिए भेजा था। फाफामऊ पुलिस ने बिहार के राम कुमार को सोरांव निवासी संदीप की जगह परीक्षा देने के आरोप में पकड़ा था। संदीप का पता नहीं चला। वहीं कर्नलगंज पुलिस ने मऊआइमा के मुकेश सोनी की जगह परीक्षा देने गए बिहार के सॉल्वर रमन को केंद्र से गिरफ्तार किया था। मुकेश की तलाश जारी है।
इससे पूर्व झूंसी पुलिस ने पांच सॉल्वर समेत नौ को सिपाही भर्ती में सेंधमारी के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस केस में अभी भी तीन नकल माफिया फरार हैं जिनकी तलाश में क्राइम ब्रांच जुटी है। वहीं कैंट पुलिस ने नवाबगंज के दो सॉल्वर को वांटेड किया है।
परीक्षार्थी बोले, पहले ही व्हाट्सएप पर आ गए थे पेपर, दी यह चेतावनी
पेपर लीक होने का आरोप लगाते हुए युवाओं ने मंगलवार को भी कई जिलों में प्रदर्शन किया। प्रतापगढ़ में युवा नारेबाजी करते हुए तहसील पहुंचे और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद भी सीआरओ के आने तक युवा तहसील में ही नारेबाजी करते रहे। सीआरओ के आश्वासन पर लोग मान गए लेकिन कहा कि यदि परीक्षा रद्द नहीं हुई तो वह लखनऊ तक पैदल मार्च करेंगे। एक कोंचिग संचालक शक्ति ओझा की अगुवाई में पुलिस भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी हाथों में तख्ती लिए नारेबाजी करते हुए पूरे नगर में प्रदर्शन किया। युवाओं ने पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक करने, लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने परीक्षा रद्द करने, मामले की जांच कर विधिक कार्रवाई करने, दोबारा परीक्षा कराए जाने की मांग की।
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