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UP Weather: यूपी में सोमवार से फिर मौसम बदलेगा। नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से सोमवार दोपहर बाद कई जिलों में बादल छाने के आसार बन रहे हैं। इस कारण मंगलवार को बूंदाबादी भी हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार गुरुवार के बाद आसमान साफ होगा। इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी होगी। आसमान साफ होने से हवा भी सुधरेगी। इससे पहले शनिवार को सतह पर करीब दो किलोमीटर प्रतिघंटा पछुआ हवा चलने से वाराणसी के न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इससे धूप निकलने के बाद भी लोगों को पूरे दिन ठंड का एहसास हुआ। दिन का तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 24.7 और रात का तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि सोमवार से बादलों की आहट होगी। इसके बाद मंगलवार से बारिश के आसार दिख रहे हैं।
उधर, ताजनगरी आगरा में धूप खिलने के बाद भी गलन की वापसी हुई है। सुबह और शाम को इसका ज्यादा असर है। दोपहर में राहत का एहसास हो रहा है। आने वाले दिनों में बादलों की वापसी होने के आसार हैं। एक बार फिर मौसम पलटने के संकेत हैं। इसका आभास शनिवार देर रात से होने लगा है। बादलों की आवाजाही शुरू हो गई है। दोपहर में धूप-छांव का सिलसिला भी देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार तक धुंध छाई रहेगी। इसके बाद तीन दिनों तक बादल छाए रहने के आसार हैं। हालांकि इन दिनों बारिश के संकेत नहीं हैं। रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम होकर 25.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। न्यूनतम तापमान 9.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। आर्द्रता का अधिकतम प्रतिशत 90 रहा है। सुबह और शाम फिलहाल ठंडे रहेंगे।
येलो जोन में पहुंचा वाराणसी का एयर क्वालिटी इंडेक्स
इस समय वाराणसी की हवा में सांस लेना कठिन हो गया है। हवा में पार्टिकुलेट मैटर-2.5 (धूल के बारिक कण) बढ़ने से एयर इंडेक्स क्वालिटी येलो जोन में पहुंच गई है। यह स्थिति अस्थमा और हृदय रोगियों के लिए खतरनाक है। सबसे ज्यादा प्रदूषित मलदहिया का इलाका है। शहर का एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) रविवार को 147 दर्ज था, जबकि मलदहिया में 164 दर्ज किया गया है। पीएम (पार्टिकुलेट मैटर) 2.5 मानक के अनुसार 60 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर होना चाहिए लेकिन यहां पर पांच गुना ज्यादा 304 दर्ज किया गया है। इसके साथ ही पीएम-10 मानक के अनुसार सौ होना चाहिए लेकिन 152 दर्ज किया गया है।
वहीं भेलूपुर में एक्यूआई 136 दर्ज किया गया है। यहां पर पीएम 2.5 तीन गुना ज्यादा 202 और पीएम 10 करीब दो गुना ज्यादा 236 दर्ज किया गया है। यही हाल अर्दली बाजार का भी है। यहां पर एक्यूआई 126 दर्ज किया गया है। यहां पर कॉर्बन की मात्रा ज्यादा तो नहीं बढ़ी है लेकिन पीएम 2.5 और पीएम 10 मानक से करीब दो गुना ज्यादा है। ग्रीन जोन माना जाने वाला बीएचयू भी इस समय यलो जोन में है। यहां पर एक्यूआई 102 दर्ज किया गया है। यहां पर भी पीएम 2.5 और पीएम 10 मानक से अधिक है। बीएचयू के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. जीएन श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदूषण से छोटे बच्चों, बुजुर्गों, मधुमेह, हृदय रोग, अस्थमा या सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों को परेशानी हो सकती है। कहा कि प्रतिरोधी रोगों जैसी स्थिति वालों के लिए घातक साबित हो सकता है। इस समय बुजुर्गों को सुबह वॉक से जाने से बचना चाहिए।
कम नहीं हो रही ट्रेनों की लेट लतीफी
कैंट स्टेशन से गुजरने वाली हावड़ा-योगनगरी ऋषिकेश दून एक्सप्रेस 9.45 घंटे, देहरादून-हावड़ा उपासना एक्सप्रेस 6.30 घंटे, सिकंदराबाद-दानापुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस 5.25 घंटे, गोरखपुर-अहमदाबाद एक्सप्रेस 5 घंटे, बरकाकाना-वाराणसी मेमू 4.40 घंटे, योगनगरी ऋषिकेश-हावड़ा दून एक्सप्रेस 3.30 घंटे, जोधपुर-वाराणसी सिटी मरुधर एक्सप्रेस 3.25 घंटे व राजगीर-नई दिल्ली श्रमजीवी एक्सप्रेस 2.10 घंटे विलम्ब से गईं।