यूपी में ठंड ने कहर बरपाया हुआ है। खासकर पूर्वांचल में जनवरी के अंतिम सप्ताह में ऐसी ठंड पिछले पांच दशक में नहीं देखी गई है। ठंड के इस सीजन में अब तक रात में ही ठिठुरन हो रही थी, बुधवार को दिन भी लोग ठिठुरते नजर आए। वाराणसी में दिन में पारा ने इस कदर गोता लगाया कि ठंड ने 55 वर्षों का रिकार्ड टूट गया। बुधवार को अधिकतम तापमान 11.6 डिग्री था। यह इस सीजन में सबसे कम और 55 वर्षों के दौरान भी सबसे कम तापमान रहा। इसके पहले वर्ष-2003 की जनवरी में दिन का तापमान 17.6 डिग्री दर्ज हुआ था। विशेषज्ञ के साथ मौसम विभाग का भी अनुमान है कि 28 जनवरी तक कोहरा-गलन यूं ही बना रह सकता है।
बुधवार को पहली बार जनजीवन जबरदस्त ठिठुरन से परेशान दिखा। सुबह आठ बजे के बाद घना कोहरा छंटा लेकिन गलन कमोबेश पूरे दिन बनी रही। दिन में 5 किमी/घंटे की गति से सर्द हवा के आगे धूप निकलने का भी असर नहीं हुआ। दिन में दो बजे के बाद गलन में अचानक बढ़ोतरी महसूस होने लगी। दो से चार बजे के बीच तापमान ने रिकार्ड बना डाला।
बुधवार को अधिकतम तापमान 11.6 और न्यूनतम 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान सामान्य से 12 डिग्री और न्यूनतम दो डिग्री कम रहा। मौसम विभाग की वेबसाइट पर सन-1969 से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार सन-2003 की जनवरी में अधिकतम तापमान 17.6 डिग्री दर्ज किया गया था। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने भी पुष्टि की कि 55 वर्षों के दौरान बुधवार सर्वाधिक सर्द दिन रहा।
कोहरे में लिपटा पूर्वांचल, रेल-हवाई यात्रा थमी
पूर्वांचल में शीतलहर के बीच कोहरे ने सबकुछ अस्त-व्यस्त कर रखा है। बुधवार को कई जिलों में धूप ही नहीं निकली। सुबह दृश्यता 10 मीटर के आसपास रही। हवाई और रेल यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हो गई है। बाबतपुर (वाराणसी) एयरपोर्ट पर आने वाले तीन विमान डायवर्ट किए गए वहीं सात विमानों को रद्द कर दिया गया है। चार दर्जन से अधिक ट्रेनें भी देरी से चल रही हैं।
पूर्वांचल में बुधवार को अधिकतम तापमान में रिकार्ड कमी दर्ज की गई। बुधवार को कई जिलों में अधिकतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया। इसकी वजह से ठंड में एकाएक इजाफा हो गया। जौनपुर में सबसे कम 3.09 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम पारा रिकार्ड हुआ। इसी तरह आजमगढ़ में पांच, सोनभद्र में 5.05, मऊ में छह, वाराणसी में 6.06, गाजीपुर में 6.14, चंदौली-बलिया में सात, भदोही में 7.09, मिर्जापुर में आठ डिग्री न्यूनतम तापमान रहा।
उधर, पीडीडीयू जंक्शन पर राजधानी, महाबोधि सहित तीन दर्जन ट्रेनें दो से लेकर 19 घंटे विलम्ब से गंतव्य को रवाना हुईं। वाराणसी में भी शिवगंगा समेत डेढ़ दर्जन ट्रेनें देरी से चल रही हैं। ऐसे में लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रा करने वाले लोग ठंड में ठिठुरते नजर आए।
ठंड और कोहरे के कारण अमृतसर-कानपुर 14, लिंक साढ़े दस घंटे लेट
मुरादाबादय़। कोहरे के कारण मुरादाबाद में देरी से चल रही ट्रेनों ने यात्रियों की मुश्किलें बढ़ाई है। मुरादाबाद में बुधवार को कोहरा कम था पर इसके बावजूद ट्रेनों की लेट लतीफी से यात्री परेशान होते रहे। अमृतसर से कानपुर जाने वाली ट्रेन सर्वाधिक 14 घंटे लेट रही, जबकि देहरादून जा रही लिंक एक्सप्रेस साढ़े दस घंटे की देरी से मुरादाबाद पहुंची। सुबह आने वाली लिंक एक्सप्रेस शाम को मुरादाबाद पहुंची। दो दर्जन ट्रेनें देरी से चल रही हैं। इससे तमाम यात्री परेशान हुए।
ट्रेनों के देर से चलने से रेलवे स्टेशन पहुंचे यात्रियों की मुश्किलें ज्यादा बढ़ गई है। शीत लहर और गलन के बीच बीच ट्रेन का सफर यात्रियों के लिए दुखदाई बना हुआ है। ट्रेनों के एक तरफ से देरी से चलने से वापसी का शेडयूल बिगड़ा हुआ है। अमृतसर-कानपुर एक्सप्रेस (22446) करीब पौने बारह घंटे देरी से अमृतसर से चली।
इससे मुरादाबाद में ट्रेन करीब 14 घंटे देरी से पहुंची। इसी तरह लिंक (14113) एक्सप्रेस भी 10.30 घंटे की देरी से मुरादाबाद शाम को पहुंची। लखनऊ-चंडीगढ़ इंटरसिटी-पौने तीन घंटे, दुर्गियाना-तीन घंटे, शहीद-पौने पांच घंटे, डिब्रूगढ़-चंडीगढ़-तीन घंटे, गरीब नवाज-दो घंटे के अलावा राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें भी देरी से चलीं। आनंद विहार से दानापुर जा रही जनसाधारण एक्सप्रेस चार घंटे, सियालदह-पौने दो घंटे, मेरठ जा रही राज्यरानी-डेढ़ घंटा, कानपुर-जम्मूतवी-ढाई घंटे देरी से चल रही हैं।
ठंड से बचाव को इन्हें आजमाएं
अजवाइन : शरीर को गर्मी देने का बेहतरीन स्रोत। इससे आप कोल्ड एंड फ्लू से बचाव कर सकते हैं।
तिल : तिल और गुड़ के लड्डू सर्दी से बचाते हैं।
गुड़ : गर्म तासीर वाले गुड़ से शरीर का तापमान बना रहता है। ज्यादा ठंड महसूस नहीं होती।
उड़द दाल : यह स्निग्ध, उष्ण और बलबर्धक होती है। ठंड से भी बचाती है।
सोंठ, अदरक : इनकी चाय या काढ़ा पीने से ठंड का प्रकोप कम होता है। ठंड जनित रोगों में फायदा होता है।
काली मिर्च : यह बहुत गर्म प्रकृति की होती है। सर्दी जुकाम, सांस रोग, खांसी और कफजन्य रोगों में फायदेमंद है।
हल्दी : यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के साथ सर्दी-जुकाम से दूर रखती है।
बादाम : उष्ण, स्निग्ध तासीर वाला बादाम ठंड से बचाव करता है।