ऐप पर पढ़ें
UP board: 22 फरवरी से शुरू हो रही यूपी बोर्ड की परीक्षा के लिए सभी जिलों में उत्तरपुस्तिकाएं (कॉपियां) पहुंचने लगी हैं। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में नकल माफियाओं के इरादे नाकाम करने के मकसद से इस साल उत्तरपुस्तिकाओं में सुरक्षा मानकों को और बढ़ा दिया गया है। पहली बार ‘अ’ उत्तरपुस्तिका के भीतरी पृष्ठों पर भी नंबरिंग (पेज नंबर 1, 2, 3…) की गई है। इससे अंदर के पन्नों की अदला-बदली की आशंका पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। ‘अ’ एवं ‘ब’ उत्तरपुस्तिकाओं के कवर पृष्ठ पर क्रमांक मुद्रित कराया गया है।
प्रदेश के सभी जिलों के लिए धागे की सिलाईयुक्त उत्तरपुस्तिकाओं की व्यवस्था की गई है, ताकि स्टेपलर की पिन निकालकर पन्ने जोड़े या बदले न जा सकें।
हाईस्कूल की ‘अ’ उत्तरपुस्तिका डार्क ब्राउन रंग एवं ‘ब’ कॉपी डार्क वायलट रंग की होगी। वहीं इंटरमीडिएट की ‘अ’ उत्तरपुस्तिका डार्क मजेन्टा पिंक रंग और ‘ब’ उत्तरपुस्तिका डार्क लाल रंग में छापी गई है। उत्तरपुस्तिकाओं की रूलिंग भी कवर के रंगों के अंनुसार ही छपाई गई है। उत्तरपुस्तिका एवं कलापत्र आदि के कवर पृष्ठ तथा अंतिम पृष्ठ माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश का ‘लोगो’ सिक्योरिटी कोड के तहत छपवाया गया है। ‘अ’ उत्तर पुस्तक के अन्दर के पृष्ठ पर भी ‘लोगो’ लगाया गया है।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के केंद्र निर्धारण में जमकर मनमानी की गई है। सात सितंबर को जारी की गई केंद्र निर्धारण नीति में यह प्रावधान दिया गया था कि सबसे पहले राजकीय विद्यालयों और उसके बाद अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों को सेंटर बनाया जाएगा।