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वर्ष 2016 में हुई यूपी पुलिस दरोगा भर्ती परीक्षा में 973 अभ्यर्थियों की नियुक्ति अभी फंसी हुई है। इनमें शामिल कई अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रार्थना पत्र देते हुये न्याय दिलाने की गुहार की है। इनका कहना है कि उनकी नियुक्ति अभी फंसी हुई है जबकि वह सारे मानकों को पूरा कर चुके हैं। वर्ष 2016 में हुई इस दरोगा भर्ती परीक्षा में 2400 सब इंस्पेक्टर, 210 प्लाटून कमाण्डर, 97 फायर अधिकारी के लिये आवेदन मांगे गये थे। इन पदों के लिये 63 हजार से अधिक आवेदन किये गये थे।
इनमें 11 हजार 734 अभ्यर्थियों को आगे की परीक्षा देने के योग्य पाया गया था। इसमें 50 प्रतिशत अंक पाने वाले अभ्यर्थियों को अंतिम सूची में शामिल किया गया था। इस सूची से बाहर कई अभ्यर्थियों ने 50 प्रतिशत अंक के मामले में हाईकोर्ट की शरण लेकर कहा था कि नियमों की अनदेखी की गई है। इस पर कोर्ट ने फिर से चयन सूची तैयार करने का आदेश दिया था। इसके बाद नयी चयन सूची आयी जिसमें चयनित करीब 2500 अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग करा दी गई। इस नयी सूची में शामिल 973 अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि उनका चयन दरकिनार कर दिया गया।
इनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने उनकी नियुक्ति का भी आदेश दिया है।
इसके बाद अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे ये अभ्यर्थी अब अफसरों से न्याय की गुहार कर रहे हैं। वही पुलिस भर्ती बोर्ड के एडीजी आरके विश्वकर्मा का कहना है कि इसमें ट्रेनिंग लिये हुये सभी अभ्यर्थियों को नियुक्ति भी दी जा चुकी है।